ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख रखने वाले नेता हैं जिनपिंग

चीन के राष्ट्रपति पद की कमान संभालने जा रहे ग्जी जिनपिंग का जन्म एक जून, 1953 को बीजिंग में हुआ था। ये कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख नेता ग्जी जांगजुन के पुत्र हैं। जिनपिंग का प्रारंभिक जीवन काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा। उन्होंने शुरुआती जीवन फुजियन प्रांत में बिताया। देश की राजनीति में दूसरे नंबर की हैसियत रखने वाले जिनपिंग को भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख
रखने वाला ईमानदार नेता माना जाता है। राजनीति एवं आर्थिक सुधार के पैरोकार जिनपिंग को 10 वर्ष की आयु में पिता ने फैक्टरी में काम करने के लिए भेज दिया। 1968 में जब वह 15 वर्ष के थे तब उनके पिता देश में सांस्कृतिक क्रांति के दौरान जेल चले गए। इसके बाद जिनपिंग काम करने के लिए अलग-अलग प्रांतों में गए।
1971 में जिनपिंग ने कम्युनिस्ट यूथ लीग ज्वाइन कर लिया फिर वह 1974 में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना में प्रवेश कर गए। 1975 में 22 वर्ष की आयु में उन्होंने शिन्हुआ विश्वविद्यालय में केमिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। लेकिन वे तब तक राजनीति में इतना रम चुके थे कि उन्होंने पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी से ज्यादा राजनीति को तरजीह दी।
1979 से 1982 के बीच जिनपिंग अपने पिता के पूर्व सहयोगी के सचिव बन गए। इसके बाद सेंट्रल मिलिट्री कमीशन में उप प्रमुख और फिर महासचिव बने। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इनके विचार और काम करने के तरीके से कम्युनिस्ट पार्टी काफी प्रभावित हुई और उन्हें 1983 में सीपीसी जेनडिंग काउंटी कमेटी का सचिव नियुक्त किया गया। इसके बाद 1990 में वे फुजाउ में पार्टी स्कूल के अध्यक्ष बनाए गए।
जिनपिंग को 1999 में फुजियन प्रांत का डिप्टी गवर्नर बनाया गया। उसके एक साल वह वहां के गवर्नर बने। 2002 में उन्हें झीजियांग प्रांत के पार्टी और सरकार के मुखिया नियुक्त किए गए। मार्च 2007 में उन्हें शंघाई का पार्टी प्रमुख नियुक्त किया गया। अक्टूबर 2007 में नौ सदस्यीय पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी में शामिल किए। 15 मार्च 2008 को लंबे राजनीति अनुभव को देखते हुए उन्हें देश का उप राष्ट्रपति बनाया गया।
चीन में ओलंपिक के सफलतापूर्वक आयोजन का श्रेय जिनपिंग को ही जाता है। वे ओलंपिक कमेटी के प्रमुख थे। अपने कार्यकाल में जिनपिंग ने उत्तर कोरिया, मंगोलिया, सउदी अरब, कतर, यमन का दौरा किया। उन्हें टाइम मैगजीन में 2009, 2011, 2012 में विश्व के सौ प्रभावशाली लोगों में शामिल किया है।
उदारवादी नेता माने जाते हैं ली किकांग
चीन के प्रधानमंत्री पद के दावेदार उप प्रधानमंत्री ली किकांग का जन्म 1 जुलाई, 1955 को अनुहुई प्रांत में हुआ था। उनके पिता यहां स्थानीय अधिकारी थे। ली ने 1974 में स्नातक की डिग्री हासिल की। सांस्कृतिक क्रांति के दौरान वह कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हो गए और उन्हें स्थानीय टीम का प्रमुख नियुक्त किया गया। लेकिन ली इस दौरान पार्टी में काम की व्यस्तता के बावजूद पढ़ाई जारी रखना चाहते थे। इसलिए उन्होंने लॉ में दाखिला ले लिया। यहां उन्हें विश्वविद्यालय के स्टूडेंट काउंसिल का अध्यक्ष चुना गया। इसके बाद उन्होंने अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री हासिल की। 1980 में वे पेकिंग यूनिवर्सिटी में कम्युनिस्ट यूथ लीग के सचिव चुने गए। ली ने 1982 में लीग के प्रमुख नेताओं में अपनी जगह बना ली। इस दौरान उन्हें लीग के तत्कालीन महासचिव व वर्तमान राष्ट्रपति हू जिंताओ के साथ काम करने का अवसर मिला। ली 1993 में संगठन के महासचिव बने और इस पद पर वह 1998 तक रहे।
1998 में ली को 43 वर्ष की उम्र में चीन का सबसे युवा गवर्नर बनने का अवसर मिला और उन्हें हेनान प्रांत का गवर्नर नियुक्त किया गया। ली को सादगी पसंद नेता माना जाता है। इनके साथ काम करने वाले सरकारी अधिकारी कहते हैं कि वे भव्य गैर-सरकारी आयोजनों में कभी भाग लेना पसंद नहीं करते हैं।
गवर्नर पद पर रहने के दौरान ली को एक मुखर और आर्थिक विकास करने वाले नेता के रूप में याद किया जाता है। हेनान प्रांत की तरक्की को ली की ही देन बताया जाता है। दिसंबर 2004 में उन्हें सीपीसी कमेटी का सचिव नियुक्त कर लियोनिंग भेजा गया।
इसके बाद अक्टूबर 2007 में ली का राष्ट्रीय राजनीति में प्रवेश हुआ। वे 17वीं पार्टी कांग्रेस में पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमेटी के लिए चुन लिए गए। 2008 में उन्हें नेशनल पीपुल्स कांग्रेस में उप प्रधानमंत्री बनाया गया।
ली ने 2010 में स्विट्जरलैंड के दाओस में व‌र्ल्ड इकोनोमिक फोरम में चीन का प्रतिनिधित्व किया था। इस दौरान उन्होंने ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को लेकर देश का पक्ष मजबूती से रखा था।
ली अर्थशास्त्र को भली-भांति समझते हैं। कट्टर कम्युनिस्ट विचारधारा रखने के बावजूद उन्होंने उदारवादी रुख अपनाया और कई देशों से आर्थिक संबंध मजबूत किए।