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ज़ी न्यूज़ के दोनों संपादकों को नहीं मिली जमानत

राष्ट्रीय राजधानी की स्थानीय अदालत ने जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी और जी बिजनेस के संपादक समीर अहलूवालिया को दो दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया.
दिल्ली के साकेत कोर्ट ने संपादकों की जमानत याचिका को नामंजूर करत हुए पुलिस रिमांड में भेजने का आदेश दिया. दिल्ली पुलिस ने अदालत से इन दोनों संपादकों की तीन दिनों की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने
दो दिन की पुलिस रिमांड में भेजने का आदेश दिया. मंगलवार को दोनों को गिरफ्तार किया गया था.
जिंदल स्टील एंड पावर कंपनी के चेयरमैन नवीन जिंदल ने आरोप लगाया था कि कोयला घोटाले पर कवरेज रोकने के बदले दोनों संपादकों ने सौ करोड़ मांगे थे.
नवीन जिंदल ने खुफिया कैमरे में रिकॉर्ड की गई बातचीत का एक टेप भी सार्वजनिक किया था. इस वीडियो में सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया पैसों की बातचीत करते दिखाए गए थे.
नवीन जिंदल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन की सीडी दिल्ली पुलिस को भी सौंपी थी. इसी मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंगलवार की शाम सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया को पूछताछ के लिए बुलाया था जिसके बाद उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. आपको बता दें कि नवीन जिंदल के आरोपों को सुधीर चौधरी और समीर अहलूवालिया पहले ही नकार चुके हैं.
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर जी न्यूज लिमिटेड ने अपने संपादकों का बचाव किया है. जी न्यूज लिमिटेड की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि,"कांग्रेस सरकार मीडिया को सच बताने से रोक रही है. आज फिर से इमरजेंसी के हालात बने हैं. आज इतिहास का काला दिन है. जब केस कोर्ट में है तो दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल के इशारे पर सुधीर चौधरी, समीर अहलूवालिया की गिरफ्तारी की है. सनसनी मचाने, कोलगेट घोटाले को छुपाने और नवीन जिंदल को बचाने के लिए गिरफ्तारी की गई है. ये गिरफ्तारी प्रेस की आजादी पर क्रूर हमला है. चैनल तमाम आरोपों को खारिज करता है. हमारे स्टाफ ने कोई अपराध नहीं किया है."
पुलिस ने दोनों पर धोखाधड़ी का केस लगाया है, जबकि जी न्यूज ने गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताया है.