देश व्यापी खाद्य पदार्थो तथा पेट्रोलियम पदार्थो के मूल्यवृद्धि का असर नवगछिया की न्याय प्रक्रिया पर भी शनिवार से दिखाई दिया। जहां वकालतनामा तथा हाजिरी फार्म के कीमतों में मूल्यवृद्धि लागू कर दी गई है। मूल्यवृद्धि का खुलासा बार एसोसिएशन द्वारा की गई मूल्य वृद्धि का खुलासा करते हुए अधिवक्ताओं तथा सामग्री विक्रेता राजीव कुमार ने बताया कि वकालतनामा की रकम संघ में रहती है। लेकिन हाजिरी फार्म में पहले तीस में 27 अधिवक्ता को वापस मिल जाता था। अब 50 में से 40 रुपया अधिवक्ता को वापस दिया जा रहा है तथा 10 रुपया संघ में रहता है।
बार एसोसिएशन नवगछिया के महासचिव सुरेन्द्र नारायण मिश्र के अनुसार इस मूल्यवृद्धि का फैसला 24 सितम्बर की बैठक में ही ले लिया गया था। जिसके तहत 45 रुपये में बिकने वाला वकालतनामा अब 50 रुपये में बिक रहा है। साथ ही हाजिरी फार्म 30 रुपये की जगह 50 रुपये में उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं वेलफेयर टिकट 5 रुपये की जगह 6 रुपये में बेची जा रही है। लेकिन वेलफेयर टिकट पर वसूला जा रहा प्रति टिकट 15 रुपये भवन निर्माण शुल्क को हटा लिया गया है। जबकि शपथ पत्र का मूल्य 60 रुपये बरकरार रखा गया है।
बार एसोसिएशन नवगछिया द्वारा किए गए इस मूल्यवृद्धि का विरोध भी इसी संघ के कई सदस्यों तथा आम लोगों ने भी किया है। अधिवक्ता विभाष प्रसाद सिंह कहते हें कि इस मूल्यवृद्धि से साधारण व आम जनता के लिए न्याय प्रक्रिया भी मंहगी हो जाएगी। जो कि अति पिछड़े बाढ़ग्रस्त क्षेत्र बने रहने वाले नवगछिया जैसे जगह के लिए मूल्य वृद्धि आमजन के हित में नहीं है। इसकी लिखित शिकायत स्टेट बार काउन्सिल पटना, बार काउन्सिल आफ इन्डिया नई दिल्ली, मुख्यमंत्री, बिहार सरकार, अध्यक्ष बिहार राज्य मानवाधिकार आयोग पटना तथा डीएम भागलपुर को भी भेजी गई है।