देश में भ्रष्टाचार अपनी जड़ें इतनी मजबूत कर चुका है कि लोग अब इसे शिष्टाचार समझने लगे हैं। चाहे राष्ट्रमंडल खेल का मामला हो या टू जी स्पेक्ट्रम का। भ्रष्टाचार को जन्म देने वाला हर मनुष्य सबसे पहले सामाजिक प्राणी है। फिर भी वह समाज के फायदे की बात नहीं सोचते हुए सिर्फ अपने ही फायदे की बातें सोचता और करता है। यहीं से जन्म हो जाता है
भ्रष्टाचार का। पहले के लोग समाज में खराब काम करने से हिचकिचाते थे। लेकिन अब बदलती सोच के कारण दहेज लेना, शराब पीना, चोरी करना तथा व्यभिचार करना शिष्टाचार बनता जा रहा है। जो भ्रष्टाचार का ही दूसरा रूप है। जिसे मिटाने के लिए हर एक व्यक्ति को संकल्प लेना होगा। तभी भ्रष्टाचार से मुक्ति संभव है। सिर्फ नेतागिरी से नहीं। उपरोक्त बातें गुरुवार को नवगछिया के मीलटोला स्थित सामुदायिक भवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघ चालक व सेवानिवृत्त सिविल सर्जन डा.आरसी राय ने कही। जहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। डा.राय ने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने में देश भर के छात्रों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना होगा। संगोष्ठी की अध्यक्षता राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य अजय कुमार सिंह ने की। जिसने कहा कि देश को सबल राष्ट्र बनाने के लिए हर भारतीय को भ्रष्टाचार खत्म करने का प्रण लेना होगा। इस अवसर पर संगोष्ठी में मुख्य रूप से चंदन कुमार, टुनटुन रजक, प्रदीप कुमार, रोहित, रणवीर, गौरव, गोपाल, रणधीर, ललन, भवेश, चिन्तेश, रुपेश, बंटी, अजीत, दिनेश, अक्षय व विमल तथा इब्रान आलम के साथ बड़ी संख्या में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों की मौजूदगी देखी गयी।
भ्रष्टाचार का। पहले के लोग समाज में खराब काम करने से हिचकिचाते थे। लेकिन अब बदलती सोच के कारण दहेज लेना, शराब पीना, चोरी करना तथा व्यभिचार करना शिष्टाचार बनता जा रहा है। जो भ्रष्टाचार का ही दूसरा रूप है। जिसे मिटाने के लिए हर एक व्यक्ति को संकल्प लेना होगा। तभी भ्रष्टाचार से मुक्ति संभव है। सिर्फ नेतागिरी से नहीं। उपरोक्त बातें गुरुवार को नवगछिया के मीलटोला स्थित सामुदायिक भवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघ चालक व सेवानिवृत्त सिविल सर्जन डा.आरसी राय ने कही। जहां अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। डा.राय ने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने में देश भर के छात्रों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना होगा। संगोष्ठी की अध्यक्षता राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य अजय कुमार सिंह ने की। जिसने कहा कि देश को सबल राष्ट्र बनाने के लिए हर भारतीय को भ्रष्टाचार खत्म करने का प्रण लेना होगा। इस अवसर पर संगोष्ठी में मुख्य रूप से चंदन कुमार, टुनटुन रजक, प्रदीप कुमार, रोहित, रणवीर, गौरव, गोपाल, रणधीर, ललन, भवेश, चिन्तेश, रुपेश, बंटी, अजीत, दिनेश, अक्षय व विमल तथा इब्रान आलम के साथ बड़ी संख्या में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्यों की मौजूदगी देखी गयी।