BHAGALPUR: श्रीराम का अंग प्रदेश से भी है गहरा संबंध - स्वामी आगमानंद
NAV BIHAR NEWS: भगवान के रूप में संसार भर में पूजे जा रहे श्रीराम का अंग प्रदेश से भी है गहरा संबंध। ये बातें शिव शक्ति योगपीठ के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहते हुए बताया कि अंग प्रदेश की भूमि हमेशा से ऋषि मुनियों के आस्था का केंद्र रही है। राजा रोमपाद के समय अंग प्रदेश में सुखाड़ से हाहाकार मच गया था, उस वक्त श्रृंगी ऋषि ने यहां यज्ञ संपन्न करवाया था। जिसके बाद बारिश हुई थी। त्रेता युग से जुड़ी कई कहानी किस्से आज भी रामचरितमानस समेत अनेकों ग्रंथों में वर्णित है। अंग प्रदेश में राजा रोमपाद और उनकी रानी वर्शिनी को कोई संतान नहीं हो पा रही थी। रानी वर्शिनी श्री रामचंद्र की मां कौशल्या की बहन थीं। इसलिए राजा दशरथ और रानी कौशल्या ने अपनी बड़ी पुत्री शांता को रोमपाद को गोद दे दिया था। बाद में उन्हीं शांता कुमारी का विवाह श्रृंगी ऋषि से हुआ। आज भी यह श्रृंगी ऋषि के नाम से आश्रम मौजूद है।
परमहंस स्वामी आगमानंद ने कहा है कि 22 जनवरी का दिन जन मानस के लिए अमृत - उत्सव का दिन है। इस दिन पूजा पाठ - व जरूरतमंद लोगों की मदद करने से - जन्म जन्मांतर के कष्टों से मुक्ति मिल सकती है। वहीं पीठाधीश्वर स्वामी आगमानंद जी महाराज के निर्देशन में सुंदर कांड पाठ, विशेष पूजा, दीपोत्सव स्वामी आगमानंद जी महाराज के निर्देश पर अंग प्रदेश के मंदिरों में दीपोत्सव, हनुमान चालीसा पाठ, सुन्दरकाण्ड पाठ, विशेष पूजा के साथ घरों में राम उत्सव मनाने की तैयारी की गई है। बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद, शिव शक्ति योगपीठ, सनातन सेवा समिति, बाबा गणिनाथ समिति समेत सभी सनातनी भक्तों द्वारा जगह-जगह जरूरतमंद लोगों के बीच फल वितरण, गौ सेवा और भंडारा का आयोजन किए जा रहे हैं।