वंशीध्वनि एक विशिष्टांग व अद्वितीय पत्रिका है : आगमानंद महाराज
राजेश कानोडिया (नव-बिहार समाचार/ एनबीएस न्यूज), भागलपुर। वंशीध्वनि एक अद्वितीय पत्रिका है, जो कृष्ण भक्ति से पूरी तरह से ओतप्रोत है। कृष्ण, राधा और वंशी तीनों एक-दूसरे के पूरक हैं और ये तीनों प्रेम के समर्पण के प्रतीक हैं। ये बातें श्री शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर सह उत्तरतोताद्रि मठ विभिषणकुंड अयोध्या के उत्तराधिकारी परमहंस स्वामी रामचंद्राचार्य
उर्फ आगामानंद जी महाराज ने अंग प्रदेश की सुप्रसिद्ध अर्धवार्षिक पत्रिका वंशीध्वनी के विमोचन सह समीक्षा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने वंशीध्वनि को विशिष्टांग पत्रिका बताया।
इस मौके पर उन्होंने पत्रिका के संपादक विद्यावाचस्पति पंडित आमोद कुमार मिश्रा और पत्रिका का बेहतरीन संयोजन करने वाले कविन्द्र मिश्र को धन्यवाद भी दिया। मौके पर मौजूद मानस कोकिला कृष्णा मिश्रा ने वंशी, कृष्ण और गोपी के बीच हुए बातचीत की सुंदर व्याख्या की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो० मधुसूदन झा ने वंशीध्वनि पत्रिका को हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिया। समारोह का संचालन आमोद कुमार मिश्रा और भागलपुर आकाशवाणी के वरिया उद्घोषक डॉ० विजय कुमार मिश्र उर्फ विरजू भाई ने किया।
वहीं कविन्द्र मिश्र ने कहा कि वंशीध्वनि का यह तीसरा अंक है और यह अर्धवार्षिक पत्रिका है। समारोह को भागलपुर और पीरपैंती के इस्कॉन के अध्यक्ष ईश्वर नाथ दास, गीतकार राजकुमार, अतुल, दिलीप शास्त्री, शशि कुमार माथुर, अक्षय कुमार मिश्र, श्याम अग्रवाल, शहजोर अख्तर, एम एस खलीक आदि ने संबोधित किया. इस अवसर पर नीतीश, यश, मानस मिश्रा, सुषमा मिश्र, सौरभ सोनू, राजेश आदि मौजूद थे. गीतकार राजकुमार ने राधा और माधव के मधुर संबंध पर आधारित मगही भाषा में सुंदर गीत सुनाकर माहौल को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर दर्जनों अतिथि गण मौजूद थे।