नव-बिहार समाचार, नवगछिया (भागलपुर)। एक ओर जहां वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए डॉक्टर जी जान से लगे हैं। वही दूसरी ओर उन पर जानलेवा हमले का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। यह मामला पुलिस जिला नवगछिया के गोपालपुर थाना क्षेत्र का है। जहां गोपालपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुधांशु कुमार कोरोना नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत बुनियादी महिपाल विद्यालय तीनटंगा करारी स्थित क्वॉरेंटाइन केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे थे। वहां चिरंजीवी राय और उनके पुत्र बुलबुल राय द्वारा उन पर जानलेवा हमला करने का प्रयास किया गया। जहां मौके पर ग्रामीणों की मदद से चिकित्सक की जान बच पाई।
उपरोक्त मामले की तत्काल जानकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुधांशु कुमार द्वारा स्थानीय थानाध्यक्ष को दी गई। जिसकी बाद में लिखित जानकारी भी स्थानीय थानाध्यक्ष के साथ साथ स्थानीय बीडीओ और सीओ तथा एसडीओ नवगछिया के साथ-साथ नवगछिया एसपी तथा डीएम भागलपुर और सिविल सर्जन भागलपुर को भी दे दी गई है। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा दिए गए आवेदन में बताया गया है कि जब वे क्वॉरेंटाइन केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे तो उनसे स्थानीय ग्रामीण चिरंजीवी राय कमीशन की मांग करते हुए जानलेवा हमला करने की नियत से उनके काफी नजदीक आ गए और जबरन गला पकड़ने की कोशिश करने लगे। वही मौके पर उनका बेटा बुलबुल राय भी आया वह भी जानलेवा हमला करने का प्रयास करने लगा। जहां मौके पर कुछ लोग इकट्ठा हो गए और पूर्व सरपंच शंभू यादव द्वारा मुझे बचा लिया गया। नहीं तो उस वक्त मेरी हत्या हो सकती थी।
वहीं इस मामले में गोपालपुर के थाना अध्यक्ष श्रीकांत भारती ने बताया कि डॉ सुधांशु कुमार प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी गोपालपुर द्वारा दिए गए आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है। साथ ही दोनों आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी के लिए छापामारी भी जारी है।