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जमीनी विवाद में जान जाने के भय से पूरे परिवार ने किया पलायन


11 अप्रैल को हुआ था भाई का अपहरण

बेटा एयर फोर्स में है कार्यरत

गोपालपुर थाना क्षेत्र का मामला

नवगछिया। जिसका बेटा एयरफोर्स में कार्यरत हो और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी मिलना, गोली चलना और फिर बाद में अपहरण हो जाना। इससे त्रस्त पूरा परिवार का गांव से पलायन करना। सुनने में काफी अटपटा सा तो लगता है। लेकिन यह भी सही है कि शुक्रवार 19 अप्रैल की सुबह दुश्मनों से जिंदा बचने के लिए एक फौजी का पूरा परिवार गांव से पलायन कर पंजाब के जालंधर जिला अंतर्गत आदमपुर स्थित एयरफोर्स स्टेशन में कार्यरत बेटे के पास रवाना हो गया।

मामला बिहार के पुलिस जिला नवगछिया अंतर्गत गोपालपुर थाना क्षेत्र के सिंघिया मकंदपुर गांव का है। जहां से एयरफोर्स में जूनियर वारंट ऑफिसर पद पर कार्यरत विश्वजीत कुमार के पिता अशोक कुमार चौधरी अपने भाई शंभु शरण चौधरी और उनकी पत्नी और भतीजा रौशन कुमार के साथ शुक्रवार की सुबह गांव से पलायन कर नवगछिया स्टेशन पर गरीब नवाज एक्सप्रेस से जालंधर के लिए रवाना हो गए।

मामला जमीन विवाद से जुड़ा बताया जाता है। जिसे लेकर पहले कई बार जान मारने की धमकी मिलने की बात बताई गई। इसके बाद एक बार गोली चलाने की भी बात बताई गई। पुनः कुछ दिन पहले 11 अप्रैल को शंभु शरण चौधरी का सोए अवस्था में अपहरण कर लिया गया। जिससे जुड़ा मामला गोपालपुर थाना में कांड संख्या 102/19 दर्ज है। मामला दर्ज होने के दो दिन बाद पुलिस द्वारा उसे बरामद भी किया गया।

यह आलम है जब जालंधर से स्टेशन ऑफिसर के द्वारा 27 मार्च को जिला पदाधिकारी भागलपुर के नाम पत्र निर्गत किया। इसके बाद अपहरण की घटना ने तो पूरे परिवार को सहमा ही दिया। अलवत्ता स्थानीय पुलिस भी परिवार की सुरक्षा करने की जगह जमीनी विवाद बता अपना पल्लू झाड़ने में रही। जिससे मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान हो जाने पर फौजी पिता ने स्थानीय सभी पदाधिकारियों से लेकर जिला स्तरीय सभी पदाधिकारियों सहित प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक को गांव छोड़ने का आवेदन 16 अप्रैल को दे दिया। उस दिन की रेल आरक्षण टिकट कन्फर्म नहीं हो पाने के कारण 19 अप्रैल को यह पूरा परिवार गांव से पलायन कर गया।

वहीं इस मामले को ले एयरफोर्स में कार्यरत जूनियर वारंट ऑफिसर विश्वजीत कुमार ने बताया कि गोपालपुर पुलिस द्वारा एक तरफा बात करते हुए अपहृत को उल्टा फंसाने की धमकी भी दी गई। जिससे उसकी गतिविधि संदिग्ध लगती है। उसी वजह से वरीय अधिकारी भी मामले पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि इस मामले को लेकर कई बार वरीय अधिकारियों से भी मिला जा चुका है। मेरे पापा और चाचा शांति पसंद लोग हैं। जिसका सभी लोग फायदा उठाना चाहते हैं।