नव-बिहार समाचार, नवगछिया : इस कनकनाती ठंड के मौसम के दौरान नवगछिया कचहरी का माहौल हल्का गर्म हो गया है। अपने साथी के साथ अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार द्वारा कथित दुर्व्यवहार को लेकर नवगछिया बार एसोसियेशन के अधिवक्ताओं ने अनुमंडल न्यायालय, डीसीएलआर न्यायालय, कार्यपालक दंडाधिकारी न्यायालय के बहिष्कार का निर्णय ले लिया है। जबकि अनुमंडल पदाधिकारी ने दुर्व्यवहार के आरोप को सरासर गलत करार दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला शनिवार 23 दिसंबर का बताया जा रहा है। इस दिन अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय में प्रवेश के दौरान अधिवक्ता उपेंद्र नारायण चौधरी के साथ नवगछिया के अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। इस आशय को लेकर बार एसोसियेशन के अधिवक्ताओं ने सोमवार को आपातकालीन बैठक भी बुलायी। बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी व उनके अनुसेवक द्वारा अधिवक्ता उपेंद्र नारायण चौधरी के साथ कथित दुर्व्यवहार की निंदा की गई। बैठक में सर्व सम्मति से इन तीनों न्यायालय का बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता बार एसोसियेशन के अध्यक्ष सुरेंद्र नारायण मिश्र ने की। बैठक में प्रभारी महासचिव कृष्ण कुमार आजाद, अधिवक्ता सत्येंद्र नारायण चौधरी उर्फ कौशल, नंदलाल यादव, नीरज झा, रजनीश कुमार सिंह, कुंदन चौधरी, विभाष प्रसाद सिंह, अनूप चौधरी इत्यादि मौजूद थे।
वहीं इस मामले में अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश कुमार ने कहा कि चार साढ़े चार बजे चार अधिवक्ता उनके कार्यलय वेश्म में आए । उस समय कार्यालय में एक आवश्यक बैठक चल रही थी। उपेंद्र नारायण चौधरी उन लोगों के साथ थे। अधिवक्ताओं ने मिलने के लिए न तो स्लीप भेजा और न बैठक समाप्त होने का इंतजार किया। बैठक के दौरान बगैर सूचना के ही कार्यालय में आ गए। अधिवक्ताओं को फिर भी सम्मान पूर्वक कुर्सी पर बैठाया गया। मौखिक रूप से अधिवक्ताओं के साथ बात हुई। उनकी समस्या को ध्यानपूर्वक सुना गया। समस्या के समाधान करने का अश्वासन भी दिया गया। सभी अधिवक्ता संतुष्ट होकर यहां से गए। अधिवक्ताओं के साथ किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया गया है। हो सकता है मेरे न्यायालय से जुड़े किसी मामले से असंतुष्ट होकर मुझ पर इस तरह का आरोप लगाया गया होगा।