नव-बिहार न्यूज नेटवर्क, आगरा। दुनियां भर में मशहूर सफेद संगमरमर में ढली मोहब्बत की अनमोल निशानी है ताजमहल। जिसपर
शरद पूर्णिमा के मौके पर जब चंद्रमा की श्वेत किरणें पड़ती हैं तो ऐसा लगता है मानो आसमान से उस पर नूर बरस रहा हो। शरद पूर्णिमा की रात्रि के समय इस मोहक नजारे के दीदार को सभी 400 टिकट बुधवार को ही बिक गए।
रात 8:30 से 12:30 बजे तक ताज में दिखेगी चमकी
आज शरद पूर्णिमा के मौके पर गुरुवार रात 8:30 से 12:30 बजे तक सैलानी इस ताज को निहारेंगे। इस खास नजारे के दीदार का ख्वाब सैलानी साल भर संजोते हैं। एक दिन में अधिकतम 400 सैलानियों को ही ताज के दीदार की अनुमति दी जाती है। कई सैलानियों ने ताज के दीदार को ताजगंज स्थित होटलों में बुकिंग कराई है। वह होटल की छत से स्मारक का दीदार करेंगे।