नव-बिहार न्यूज नेटवर्क, नईदिल्ली। देश की CBSE BOARD ने अपने रिजल्ट के फॉर्मेट में एक बार फिर से बड़ा बदलाव किया है. अब 10वीं की बोर्ड परीक्षा पास कर चुके छात्रों को वर्ष 2018 से अलग से अंक निकालने की जरूरत नहीं होगी. उनके अंकपत्र पर ग्रेड के साथ कुल कितने अंक प्राप्त हुए, इसका भी उल्लेख होगा.
अब सीबीएसई पहला बोर्ड होगा जो छात्रों को ग्रेड के साथ प्राप्त अंक भी उपलब्ध करवाएगा. इस नई व्यवस्था से दूसरे बोर्ड में सीबीएसई छात्रों को नामांकन लेने में आसानी होगी. पहले ग्रेड पर रिजल्ट मिलने से छात्रों को नुकसान उठाना पड़ रहा था. अंक पत्र पर प्राप्त हुए अंकों का उल्लेख नहीं होने से दूसरे बोर्ड मनमानी करते थे. खासकर स्कूल बोर्ड वाले छात्रों को अधिक परेशानी होती थी. स्कूल बोर्ड वाले छात्रों के रिजल्ट को दूसरे बोर्ड मान्यता नहीं देते थे.
हालांकि अब अंक पत्र में अंकों की जानकारी देने से उनकी समस्या दूर हो जाएगी. बता दें कि 2011 तक अंक पत्र पर केवल अंक लिखे जाते थे. बाद में 10वीं बोर्ड के अंक पत्र पर केवल ग्रेड की ही जानकारी दी जाने लगी. परीक्षा का पैटर्न भी ग्रेड पर ही था. अब इस बार परीक्षा पैटर्न में बदलाव के बाद अंक पत्र में भी बदलाव हो जायेगा.
पिछले सात वर्षों से ग्रेडिंग सिस्टम होने के कारण टॉपर व्यवस्था खत्म हो गई थी. अब सीबीएसई के नए पैटर्न के हिसाब से 2018 से टॉपर घोषित किए जाएंगे. स्कूल बोर्ड सिस्टम को खत्म कर सिर्फ बोर्ड परीक्षा ली जाएगी. इससे देशभर में प्रथम, द्वितीय और तृतीय टॉपर घोषित किए जा सकेंगे.
सीबीएसई के इस बदलाव से 11वीं में नामांकन लेने में छात्रों को सुविधा होगी. इसके साथ ही दूसरे बोर्ड की मनमानी पर नकेल लगेगी. वहीं
सीबीएसई द्वारा 10वीं और 12वीं बोर्ड के परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा फार्म भरने के दौरान आधार नंबर देने का निर्देश दिया गया है. जो भी परीक्षार्थी अपना आधार नंबर देंगे, उनके अंक पत्र पर आधार नंबर भी रहेगा. इसी आधार नंबर से छात्र के रिजल्ट को डिजिटल लॉकर से भी जोड़ा जाएगा. सीबीएसई की मानें तो 60 फीसदी छात्रों का आधार कार्ड बनाया जा चुका है.