नव-बिहार समाचार, नवगछिया : कार्तिक माह में सुबह स्नान कर इष्ट देव के पूजन से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और मानव का जीवन धन धान्य से पूर्ण कर देती हैं. माता लक्ष्मी चंचला होती है और जहां सत्कर्म होता है वहां ज्यादा दिन ठहरती है.
उपरोक्त जानकारी अनुमंडल के खरीक प्रखंड अंतर्गत ध्रुवगंज स्थित काली मंदिर परिसर में देर शाम परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने दी जहां उनके प्रवचन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर कार्तिक स्नान पुजन् का महत्व, लक्ष्मी पुजन और फल प्राप्ति के महत्व को भी विस्तार से बताया.
उन्होंने यह भी बताया कि हरेक मनुष्य को अपने आप को सत कर्मों से जोड़ना चाहिये. स्वामी जी ने मां काली की महिमा का भी बखान किया. इस अवसर पर बाबा ने गांव के ही दो बच्चों को दीक्षित भी किया. मौके पर शिव प्रेमानंद, पंडित मांगन, मिल्टन, संजीव भगत, पिंकू, माधवानंद जी, पंकज कुमार भारती, शिव शक्ति योग पीठ दिल्ली कमिटी के सदस्य निकेश पाण्डेय एवं शेलेश भगत की भी इस आयोजन में भागीदारी रही.