नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN), सासाराम: रोहतास जिले के काराकाट थाने में पदस्थापित दो पुलिसकर्मियों की एक ही दिन हुयी मौत के रहस्य की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं थी कि उसी काराकाट थाना क्षेत्र के तीथो गांव में बीती रात एक युवक की शराब पीने से हुयी मौत का मामला सामने आ गया. एक ही थाना क्षेत्र में एक ही दिन तीन तीन मौतों के बाद इलाके में सनसनी फैल गयी. मृत युवक के परिजन रमाशंकर सिंह की मौत के पीछे शराब के जहरीला होने की बात बता रहे हैं. हालाकि किसी लफड़े में फंसने के डर से पुलिस को सूचना दिए बगैर ही शव की अंतिम क्रिया कर दी गई.
उधर थाने के जमादार और मुंशी के शवों को भी बिना पोस्टमार्टम कराये आनन-फानन में उनके परिजनों को सौप कर यहां से विदा कर दिया गया. जमादार जवाहर लाल प्रसाद लखीसराय जिले के तो मुंशी श्याम किशोर सिंह छपरा जिले के निवासी बताये जाते हैं. काराकाट क्षेत्र में एक ही दिन रहस्यमय परिस्थितियों में हुयी तीन मौतों के पीछे लोग दबी जुबान से जहरीली शराब की भूमिका पर उंगली उठा रहे हैं. उक्त क्षेत्र में इसी तरह हुयी कुछ और लोगों की मौत पर भी अब जहरीली शराब से मौत होने की आशंका को बल मिलने लगा है. ड्यूटी पर रहे अपने दो साथियों की एक-एक कर हुयी मौत से स्थानीय थाने की पुलिस भी स्तब्ध है.
जानकारी के अनुसार बुधवार की शाम ही पुलिसकर्मी अजीबोगरीब परिस्थितियों में बीमार पड़ना शुरू हो गए. ऐसी ही स्थिति तीथो गांव के रमाशंकर के साथ भी देखने को मिली. बीमार पुलिसकर्मियों को तो अस्पताल ले जाया गया लेकिन रमाशंकर के परिजन किसी पचड़े से बचने के लिए घर में ही उसके पेट से शराब निकालने के यत्न में जुटे रहे. रमाशंकर की पत्नी और बूढी मां का कहना है कि वह अक्सर शराब पीकर घर आया करता था. पर कल जब वह शराब पीकर घर आया तो उसके मुंह से कुछ अजीब तरह की गंध आ रही थी.
आज पुलिसकर्मियों की मौत की बात जैसे ही हवा में आई कि पुलिस महकमा सकते में आ गया. आनन्-फानन में उनके शव को डेहरी लाया गया. वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में तमाम प्रक्रियाएं पूरी की गयीं. सूचना पर आये मृत पुलिसकर्मियों के परिजनों को भी पुलिस ने लोगों से दूर रखने का पूरा इंतजाम कर रखा. इस पूरे प्रकरण को इस तरह निबटाने की कोशिश की गई कि किसी को कुछ भनक तक न लगने पाए. उनका इलाज करने वाले डॉक्टर भी रटे रटाए तोते की तरह मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बता रहे हैं.
इस संबंध में एसपी मानवजीत सिंह ने इन मौतों में शराब की भूमिका को स्पष्ट तौर पर गलत करार दिया और कहा कि एक पुलिस वाले की मौत हार्ट अटैक से हुई तो दूसरे की दमा के कारण मौत हुई. तीथो गांव के रमाशंकर की मौत से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि उसकी जांच कराई जायेगी. लोगों की मानें तो एक क्षेत्र में एक ही समय हुयी तीन मौतों का रहस्य तो उनके शवों के पोस्ट मार्टम होने से खुल सकता था, जो हुआ ही नहीं. जिसका रहस्य बरकरार है. बल्कि यूं कहें कि रहस्य पर हमेशा के लिये पर्दा डाल दिया गया.