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पटना से पूर्णिया पहुंचे CM नीतीश कुमार, चूड़़ा-चावल सूंघकर बोले – लगता तो ठीक है

नव-बिहार न्यूज नेटवर्क (NNN), पूर्णिया : बिहार की जनता इन दिनों भीषण बाढ़ की आपदा का सामना कर रही है. चारों तरफ से तटबंध और बांध टूटने और नदियों के उफान की खबरें गूंज रही हैं. इन सभी समस्याओं के बीच खड़ी है वो जनता, जो बाढ़ का सामना भी कर रही हैं और सरकारी कर्मियों की बेरुखी का भी. सरकारी कर्मी की बेरुखी से आम आदमी को तकलीफ न हो, सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है. 

मौसम की बेरुखी के बीच मंगलवार की शाम सड़क मार्ग द्वारा पटना से पूर्णिया पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाढ़ राहत शिविरों में पहुंचे. नीतीश कुमार ने न सिर्फ राहत कार्यों का जायजा लिया बल्कि लोगों से मुलाकात करके उनके दुख—दर्द को भी साझा किया.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सड़क मार्ग से पूर्णिया पहुंचने पर सर्किट हाउस में चाय—नाश्ता करने के बाद वह पूर्णिया कॉलेज गए. पूर्णिया कॉलेज में उन्होंने सूखा राशन पैकेजिंग सेंटर की व्यवस्था का जायजा लिया. नीतीश कुमार ने मसूर की दाल, चूड़ा, सोयाबीन, नमक हर चीज की बारीकी से जांच की. चूड़ा और चावल को तो सूंघकर भी देखा. इसके बाद बोले कि ‘लग तो ठीक रहा है.’

फिर सीएम नीतीश कुमार ने डीएम प्रदीप कुमार झा को इशारे से बुलाया. फिर पूछा कहां से मंगवाया है? इस पर डीएम ने जवाब दिया कि ‘कुछ एफसीआई से और कुछ बाजार से भी मंगवाया है.’ सीएम ने डीएम से कहा कि ‘किसी भी कीमत पर अनाज की गुणवत्ता से समझौता न होने पाए. कोई समस्या हो तत्काल मुझसे बात कीजिए. लेकिन अनाज बेहतरीन गुणवत्ता का ही लोगों को मिलना चाहिए.’

इसके बाद सीएम सोयाबीन के ढेर की तरफ बढ़ गए. सोयाबीन को हाथ में उठाकर देखा और बोले कि ‘यह तो बिल्कुल फ्रेश है.’ इसके बाद उन्होंने पैकिंग को तौलने वाले सेक्शन का रुख किया. अनाज की तौल् होते हुए भी देखी. मग को उठाकर उसके भार का अंदाजा भी लगाया. सब कुछ ठीक पाकर नीतीश कुमार ने डीएम पूर्णिया को पीठ थपथपाकर शाबाशी दी. इसके बाद जब सीएम बाहर निकले तो उन्होंने काम कर रहे लोगों से भी इलाके का हाल जानने के लिए बातचीत की. इस दौरे में सीएम के साथ प्रधान सचिव अंजनी सिंह, आईएएस प्रत्यय अमृत और पूर्णिया प्रमंडल के सभी वरिष्ठ अधिकारी भी साथ थे.