ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

खास खबर : पर्यावरण की धरोहर होती हैं बेटियाँ, जो जीवन में भरती है खुशियाँ


राजेश कानोडिया, नवगछिया। 
पर्यावरण की धरोहर होती हैं बेटियाँ, जो जीवन में भरती है खुशियाँ। जिसका जीता जागता उदाहरण है भागलपुर जिला का एक गाँव धरहरा । जहां की धरा ने बिहार के मुख्यमंत्री के मन को भी हरा है। तभी तो बिहार के मुख्यमंत्री अब तक लगातार कई वर्षों से यहाँ आकर बेटियों की खुशियों में चार चाँद लगा जाते हैं।

भागलपुर जिला का यह धरहरा गाँव नवगछिया अनुमंडल के मकन्दपुर पंचायत के अंतर्गत पड़ता है। जो नवगछिया के एनएच 31 स्थित मकन्दपुर चौक से महज चार किलोमीटर दक्षिण गोपालपुर जाने वाले रास्ते में बसा है। जहां रास्ते में एक बोर्ड लगा है। जिस पर लिखा है- विश्वविख्यात आदर्श ग्राम धरहरा में आपका हार्दिक स्वागत है।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नितीश कुमार को यहाँ की एक अनोखी परंपरा इतनी भायी कि उन्होने इसकी ख्याति देश भर में पहुंचायी। जो बाद में विदेशों तक में भी फैली। गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में बिहार की झांकी के तौर पर इसी धरहरा की परंपरा को दर्शाया गया था।

यह है यहाँ की अनोखी परंपरा
धरहरा गाँव की परंपरा है कि यहा बेटी के जन्म पर एक से लेकर दस पेड़ लगाए जाते हैं। यह परंपरा कब शुरू हुई तथा किसने शुरू की । इसके बारे में गाँव के लोगों को सही सही जानकारी नहीं है। लेकिन इस परंपरा से प्रेरित होने के बाद 2010 से 2013 तक तो नितीश कुमार भी इस गाँव में आकर इस परंपरा को मजबूती प्रदान करते रहे हैं। जिसकी अब तक की अंतिम कड़ी है 9 जून 2013 को रानी कुमारी के नाम पर तत्कालीन मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा किया गया पौधारोपण।

इस समय बिहार में लगातार हो रहे राजनैतिक घटनाक्रम के कारण इस वर्ष के पर्यावरण दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री का आगमन का कार्यक्रम अब तक तय नहीं हो पाया है। जिसका बेसब्री से इंतजार कर रहा है भागलपुर का धरहरा गाँव।

वैसे इस वर्ष के पर्यावरण दिवस के मौके पर इस परंपरा को जारी रखते हुए पंचायत के मुखिया सुबोध साह ने बड़ी मकन्दपुर निवासी गोस्वामी मानस कुमार गिरि और रीतू गोस्वामी की पुत्री माही के नाम पर फलदार आम का पौधारोपण गाँव के ही महन्थ बाबा स्थान के समीप किया। इस मौके पर पंकज शर्मा, विवेकानंद चौधरी, सुभाष शर्मा, परमानन्द पंडित, मदन मोहन ठाकुर सहित काफी लोग मौजूद थे।