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चुनावी चर्चा : भाजपा से खफा हो सकते हैं बाबा रामदेव


अभी तक नरेन्द्र मोदी का गुणगान करने वाले योग गुरू बाबा रामदेव ने शुक्रवार  को यू टर्न लेते हुए कहा कि वह किसी के गुलाम नहीं है। बाबा ने कहा कि एनडीए और भाजपा का समर्थन करने पर वह फिर से विचार कर सकते हैं। रामदेव ने कहा, हम किसी के गुलाम नहीं हैं। राजनीति में विकल्पों की कमी नहीं है। हमने हमेशा कहा है कि हमारा समर्थन मुद्दों पर आधारित है। फिलहाल एनडीए में काफी गड़बड़ है। बाबा ने कहा,एनडीए को कसम खानी होगी कि वह उनके मुद्दों का समर्थन करेगी। उन्होंने अभी तक मौखिक समर्थन किया है लेकिन अब उन्हें लिखकर देना होगा कि वे हमारे मुद्दों पर काम करेंगे। बाबा रामदेव ने भाजपा के समक्ष कई मांगे रखी थी। इनमें सारे टैक्स खत्म कर ट्रांजेक्शन टैक्स लगाने और बुवाई से पहले किसानों को कुछ पैसे देने की मांग शामिल थी। भाजपा ने बाबा की मांगों पर विचार करने की बात कही थी। रामदेव का अचानक पैंतरा बदलना हैरान करने वाली बात है क्योंकि अभी तक बाबा नमो-नमो का जाप कर रहे थे। वे मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए घर घर जाकर प्रचार कर रहे थे। हरिद्वार स्थित पतंजलि योग पीठ के संस्थापक बाबा रामदेव ने भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ राष्ट्रीय व्यापी आंदोलन चला रखा है।