सूत्रों के मुताबिक, इस मंदिर को बनाने में तकरीबन 500 करोड़ रुपये की लागत आएगी। मंदिर का नाम विराट रामायण मंदिर होगा। बनकर तैयार होने के बाद इसकी ऊंचाई 400 फुट होगी। यानी यह दुनिया के सबसे बड़े मंदिर कंबोडिया के अंकोरवाट मंदिर से दोगुना ऊंचा होगा। भगवान राम का यह मंदिर 190 एकड़ एरिया में बनेगा। मंदिर का भवन पांच मंजिला होगा और इसमें भगवान कृष्ण, भगवान शिव और अन्य देवी-देवताओं के कुल 18 मंदिर बनेंगे।
मंदिर बनाने में जो खर्च आएगा उसे देश भर में लोगों की ओर से मिले दान से पूरा किया जाएगा। बताया गया कि जहां यह मंदिर बन रहा है, वहां त्रेता युग में भगवान राम और लक्ष्मण आए थे। मंदिर निर्माण का काम बिहार स्टेट बोर्ड ऑफ रिलीजियस ट्रस्ट की ओर से किया जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक, मंदिर बनने में 5 साल का वक्त लगेगा।
नीतीश ने पूर्वी चंपारण जिला के केसरिया में बनने वाले उक्त विराट रामायण मंदिर के मॉडल का गुजरात स्थित द्वारका के शंकराचार्य जगत गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज की उपस्थिति में महावीर मंदिर परिसर में अनावरण किया।
इस अवसर पर धार्मिक न्यास परिषद के अध्यक्ष आचार्य किशोर कुणाल ने विराट रामायण मंदिर के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह मंदिर 2800 फुट लंबा, 1400 फुट चौड़ा और 405 फुट ऊंचा होगा। उन्होंने बताया कि इस मंदिर के 66 फुट की ऊंचाई वाले चबूतरे पर 25 हजार श्रद्धालु एकसाथ पूजा-अर्चना कर सकेंगे।