कांग्रेस
अध्यक्ष सोनिया गांधी तीन साल बाद यानि 2016 में राजनीति से संन्यास ले
लेंगी। यह दावा किया है पत्रकार-लेखक राशिद किदवई ने अपनी किताब ‘24, अकबर
रोड’ के नए संस्करण में। किताब के मुताबिक पिछले साल 9 दिसंबर 2012 को अपने
जन्मदिन पर सोनिया ने यह बात पार्टी के बड़े नेताओं को बताई।
किताब
के अनुसार 2016 में जब सोनिया 70 साल की हो जाएंगी तो वह अपने बेटे राहुल
को बड़ी भूमिका दिलाकर राजनीति से संन्यास ले लेंगी। यानि सोनिया ने एक तरह
से अल्टीमेटम दे दिया कि 70 साल की होने पर वह और सियासत से दूरी बना
लेंगी। लेखक के मुताबिक सोनिया के इस फैसले से घबराए नेताओं ने उनसे राहुल
गांधी के पूरी तरह कामकाज संभाल लेने तक ऐसा न करने की गुजारिश की है।
किताब
के मुताबिक इसके बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी को कमान
संभालने के लिए मनाना शुरू कर दिया। खुद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी
सक्रिय हुए। उन्होंने राहुल को एक बार फिर कैबिनेट में शामिल होने का
न्योता दिया। पीएम ने यहां तक कहा कि अगर वह मंत्री नहीं बनना चाहते हैं तो
पार्टी में नंबर दो का दर्जा स्वीकार कर लें।
इसके
बाद राहुल संगठन को तरजीह देते हुए पार्टी में पद संभालने के लिए तैयार
हुए। फिर इसी साल 19 जनवरी को जयपुर चिंतन शिविर में राहुल को कांग्रेस
उपाध्यक्ष बनाया गया।