मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कम बारिश के कारण उत्पन्न गंभीर स्थिति को देखते हुए बुधवार को राज्य मंत्रिपरिषद की आपात बैठक बुलाकर भागलपुर समेत 33 जिलों को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया। इन जिलों में औसत बारिश से 20 फीसद से ज्यादा की कमी रही है। सूखाग्रस्त घोषित करने का केंद्रीय मानक भी यही है। शेष पांच जिलों पर भी सरकार लगातार निगरानी रखेगी। सूखा को लेकर ‘क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप’ लगातार स्थिति की समीक्षा करेगा। बैठक में सिर्फ यही एजेंडा रहा।
ये हैं सूखा ग्रस्त जिले --
पटना, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, औरंगाबाद, गया, नालंदा, जहानाबाद, नवादा, मुंगेर, शेखपुरा, लखीसराय, जमुई, बेगूसराय, खगड.िया, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, भागलपुर, सारण, सीवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, सीतामढ.ी, वैशाली, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा एवं समस्तीपुर.