रेल राज्य मंत्री अधीर रंजन चौधरी
ने बिहार के खगड़िया जिले के धमारा घाट रेलवे स्टेशन पर कल सुबह हुए रेल हादसे के लिए बिहार सरकार पर आरोप लगाया है और कहा है कि इस दुर्घटना में 28 लोगों की जान गयी हैं जबकि नौ घायल हुए हैं।
खगडिया में घटनास्थल का निरीक्षण करने और इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों से वहां बीती रात्रि अस्पताल में मुलाकात करने के बाद पटना लौटे चौधरी ने मंगलवार सुबह हवाई अड्डे पर पत्रकार वार्ता में इस हादसे पर दुख जताया और कहा कि धमारा घाट रेलवे स्टेशन के समीप स्थित कात्यायनी मंदिर जाने के लिए अगर सड़क होती तो लोगों को रेल पटरी पर चलकर वहां जाने की नौबत नहीं आती और यह हादसा नहीं होता।
उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना से लेकर ग्रामीण आधारभूत विकास निधि, पिछडा क्षेत्र विकास निधि सहित कई योजनाओं के तहत राशि उपलब्ध करायी जाती है इसलिए गांवों में सडक निर्माण के लिए राशि का अभाव नहीं है। चौधरी ने कहा कि कात्यायनी मंदिर जाने के लिए सडक नहीं होने के कारण लोग मजबूरी में रेल पटरी के जरिए वहां जाते हैं।
इससे पूर्व खगडिया में घटनास्थल का निरीक्षण करने और इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों से वहां अस्पताल में मुलाकात करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इतनी बडी संख्या में जब कात्यायनी मंदिर में श्रद्धालु आते हैं तो उनकी संख्या को देखते हुए एहतयात बरता जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि कात्यायनी मंदिर जाने वालों की अधिक संख्या को देखते हुए स्थानीय प्रशासन की ओर से अगर ट्रैफिक मैनेजमेंट ठीक ढंग से किया गया होता और रेलवे के साथ उन्होंने सही ढंग से तालमेल किया होता तो इस हादसे से बचा जा सकता था ।
ने बिहार के खगड़िया जिले के धमारा घाट रेलवे स्टेशन पर कल सुबह हुए रेल हादसे के लिए बिहार सरकार पर आरोप लगाया है और कहा है कि इस दुर्घटना में 28 लोगों की जान गयी हैं जबकि नौ घायल हुए हैं।
खगडिया में घटनास्थल का निरीक्षण करने और इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों से वहां बीती रात्रि अस्पताल में मुलाकात करने के बाद पटना लौटे चौधरी ने मंगलवार सुबह हवाई अड्डे पर पत्रकार वार्ता में इस हादसे पर दुख जताया और कहा कि धमारा घाट रेलवे स्टेशन के समीप स्थित कात्यायनी मंदिर जाने के लिए अगर सड़क होती तो लोगों को रेल पटरी पर चलकर वहां जाने की नौबत नहीं आती और यह हादसा नहीं होता।
उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना से लेकर ग्रामीण आधारभूत विकास निधि, पिछडा क्षेत्र विकास निधि सहित कई योजनाओं के तहत राशि उपलब्ध करायी जाती है इसलिए गांवों में सडक निर्माण के लिए राशि का अभाव नहीं है। चौधरी ने कहा कि कात्यायनी मंदिर जाने के लिए सडक नहीं होने के कारण लोग मजबूरी में रेल पटरी के जरिए वहां जाते हैं।
इससे पूर्व खगडिया में घटनास्थल का निरीक्षण करने और इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों से वहां अस्पताल में मुलाकात करने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इतनी बडी संख्या में जब कात्यायनी मंदिर में श्रद्धालु आते हैं तो उनकी संख्या को देखते हुए एहतयात बरता जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि कात्यायनी मंदिर जाने वालों की अधिक संख्या को देखते हुए स्थानीय प्रशासन की ओर से अगर ट्रैफिक मैनेजमेंट ठीक ढंग से किया गया होता और रेलवे के साथ उन्होंने सही ढंग से तालमेल किया होता तो इस हादसे से बचा जा सकता था ।