नवगछिया का कचहरी परिसर लगातार कई दिनों से चर्चा का विषय बना हुआ है . जहां कई दिनों से अधिवक्ता
संघ अपनी मांग को लेकर आंदोलनरत था. जिसका आन्दोलन गुरूवार को समाप्त हुआ. वहीँ शुक्रवार को कचहरी परिसर अचानक रणक्षेत्र में बदल गया . इस दौरान जहां एक अधिवक्ता ने दुसरे अधिवक्ता की डंडे से पिटायी की. वहीँ पिटायी खाए अधिवक्ता ने बचने के लिए अपनी चप्पल खोली .
जानकारी के अनुसार नवगछिया कचहरी परिसर में शुक्रवार को प्रवीण झा नामक अधिवक्ता एक साथ कई अधिवक्ताओं को जाति सूचक गालियां देने लगे | जिससे कई अधिवक्ताओं का गुस्सा उबाल पड़ा | जिसका नतीजा हुआ कि मनोज सिंह नामक अधिवक्ता ने एक फट्टे से लगातार कई प्रहार कर डाले | जिसके समर्थन में कई अधिवक्ता भी थे | वहीं अपना बचाव करने के लिए निहत्थे प्रवीण झा ने भी अपनी चप्पल खोल ली | यह देख कई अधिवक्ता दौड़ पड़े | दोनों को पकड़ कर हटाया गया | साथ ही प्रवीण झा को कुछ लोग जबरन पकड़ कर उसके घर ले गए | वहीं मौके पर कई अधिवक्ताओं ने बताया कि अधिवक्ता प्रवीण झा की दिमागी हालत ठीक नहीं है | जिसने आज कई लोगों के साथ गलत व्यवहार किया है |
संघ अपनी मांग को लेकर आंदोलनरत था. जिसका आन्दोलन गुरूवार को समाप्त हुआ. वहीँ शुक्रवार को कचहरी परिसर अचानक रणक्षेत्र में बदल गया . इस दौरान जहां एक अधिवक्ता ने दुसरे अधिवक्ता की डंडे से पिटायी की. वहीँ पिटायी खाए अधिवक्ता ने बचने के लिए अपनी चप्पल खोली .
जानकारी के अनुसार नवगछिया कचहरी परिसर में शुक्रवार को प्रवीण झा नामक अधिवक्ता एक साथ कई अधिवक्ताओं को जाति सूचक गालियां देने लगे | जिससे कई अधिवक्ताओं का गुस्सा उबाल पड़ा | जिसका नतीजा हुआ कि मनोज सिंह नामक अधिवक्ता ने एक फट्टे से लगातार कई प्रहार कर डाले | जिसके समर्थन में कई अधिवक्ता भी थे | वहीं अपना बचाव करने के लिए निहत्थे प्रवीण झा ने भी अपनी चप्पल खोल ली | यह देख कई अधिवक्ता दौड़ पड़े | दोनों को पकड़ कर हटाया गया | साथ ही प्रवीण झा को कुछ लोग जबरन पकड़ कर उसके घर ले गए | वहीं मौके पर कई अधिवक्ताओं ने बताया कि अधिवक्ता प्रवीण झा की दिमागी हालत ठीक नहीं है | जिसने आज कई लोगों के साथ गलत व्यवहार किया है |