रेलवे प्रशासन ने तत्काल आरक्षण के टिकट जारी करने की प्रक्रिया में नये
नियम लागू कर दिये। तत्काल आरक्षण के लिये रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित
यात्री के पहचान पत्र के साथ जो व्यक्ति उसके आरक्षण के लिये
रेलवे काउन्टर पर आएगा उसकी भी स्वहस्ताक्षरित फोटो प्रति साथ में ली जाएगी।
इस व्यवस्था से वास्तविक रुप से तत्काल यात्रा करने वाले यात्रियों को यात्रा का अवसर प्राप्त होगा तथा तत्काल आरक्षण में अनियमितता का प्रयास करने वालो पर अंकुश लग सकेगा।
ये हैं नए नियम
- तत्काल आरक्षण के लिये रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित यात्री के पहचान पत्र के साथ जो व्यक्ति उसके आरक्षण के लिये रेलवे काउन्टर पर आएगा उसकी भी स्वहस्ताक्षरित फोटो प्रति साथ में ली जाएगी।
- तत्काल टिकटों की बुकिंग सुबह 8 बजे की जगह सुबह 10 बजे से शुरू होगी। ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से खुलने के एक दिन पहले से तत्काल बुकिंग हो सकेगी।
- इसके अलावा, बुकिंग ओपन होने के 2 घंटे के दौरान (सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच) रेलवे के अधिकृत एजेंट भी ऑनलाइन या टिकट खिड़की से तत्काल टिकटों की बुकिंग नहीं करा सकेंगे।
- आईआरसीटीसी की वेबसाइट से रिजर्वेशन कराने पर अब एक आईपी एड्रेस से एक बार में सिर्फ दो टिकट बुक होंगे।
- दिन में 10 से 12 बजे के बीच कोई एजेंट तत्काल टिकट नहीं ले सकेगा। किसी एजेंट की यूजर आईडी के इस्तेमाल किए जाने पर उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा।
- सुबह 9.45 बजे आरक्षण केंद्र के बाहर तत्काल टिकट के लिए अलग से लाइन लगेगी। 9.45 से 10 बजे के बीच तत्काल टिकट लेने के इच्छुक यात्रियों के आरक्षण फार्म की जांच की जाएगी।
- इसके लिए सुपरवाइजर तैनात रहेंगे। सुपरवाइजरों की यह जिम्मेदारी भी होगी कि यात्रियों के आरक्षण फार्म में तत्काल टिकट प्राप्त करने के लिए विशेष हस्ताक्षर करें। इसके अलावा इसकी जांच भी किया जाएगा कि यात्री के पास स्वप्रमाणित फोटो पहचान पत्र है या नहीं। जिस यात्री के पास पहचान पत्र नहीं होगा, उसे पंक्ति से बाहर कर दिया जाएगा।
- टिकट बुकिंग के दौरान बुकिंग क्लर्क के मोबाइल रखने पर रोक लगाई है। मुसाफिरों के रिजर्वेशन फॉर्म पर भरे गए फोन नंबर या एड्रेस की जांच की जाएगी। यदि ये गलत पाए जाते हैं तो टिकट बुकिंग कैंसिल कर दी जाएगी।
- बड़े शहरों की बुकिंग सेंटरों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे।
- बड़े स्टेशनों पर तत्काल की बुकिंग के लिए अलग से लाइन लगेगी।
- रेलवे का दावा है कि जल्द से जल्द सभी स्टेशनों पर तत्काल के लिए अलग से लाइन का इंतजाम किया जाएगा।
एजेंट्स से रेल टिकट बुक करवाया तो आपकी खैर नहीं!
अब सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के दौरान एजेंट्स के जरिए रेलवे ई-टिकट खरीदना आपको भारी पड़ सकता है। रेलवे ने साफ किया है कि अगर कोई पैसेंजर इस समय सीमा के बीच एजेंट से टिकट खरीद कर यात्रा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे की समय सीमा के दौरान टिकट बुक करने का अधिकार सिर्फ यात्रियों को है, एजेंट्स को नहीं। रेलवे ने ये कदम एजेंटों की मनमानी के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर उठाया है। साथ ही, रेलवे ने यात्रियों को उन एजेंट्स से सावधान रहने की सलाह दी है जो टिकट बुकिंग और कैंसलेशन पर तय चार्ज से ज्यादा वसूलते हैं।
रेलवे काउन्टर पर आएगा उसकी भी स्वहस्ताक्षरित फोटो प्रति साथ में ली जाएगी।
इस व्यवस्था से वास्तविक रुप से तत्काल यात्रा करने वाले यात्रियों को यात्रा का अवसर प्राप्त होगा तथा तत्काल आरक्षण में अनियमितता का प्रयास करने वालो पर अंकुश लग सकेगा।
ये हैं नए नियम
- तत्काल आरक्षण के लिये रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित यात्री के पहचान पत्र के साथ जो व्यक्ति उसके आरक्षण के लिये रेलवे काउन्टर पर आएगा उसकी भी स्वहस्ताक्षरित फोटो प्रति साथ में ली जाएगी।
- तत्काल टिकटों की बुकिंग सुबह 8 बजे की जगह सुबह 10 बजे से शुरू होगी। ट्रेन के शुरुआती स्टेशन से खुलने के एक दिन पहले से तत्काल बुकिंग हो सकेगी।
- इसके अलावा, बुकिंग ओपन होने के 2 घंटे के दौरान (सुबह 10 बजे से 12 बजे के बीच) रेलवे के अधिकृत एजेंट भी ऑनलाइन या टिकट खिड़की से तत्काल टिकटों की बुकिंग नहीं करा सकेंगे।
- आईआरसीटीसी की वेबसाइट से रिजर्वेशन कराने पर अब एक आईपी एड्रेस से एक बार में सिर्फ दो टिकट बुक होंगे।
- दिन में 10 से 12 बजे के बीच कोई एजेंट तत्काल टिकट नहीं ले सकेगा। किसी एजेंट की यूजर आईडी के इस्तेमाल किए जाने पर उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा।
- सुबह 9.45 बजे आरक्षण केंद्र के बाहर तत्काल टिकट के लिए अलग से लाइन लगेगी। 9.45 से 10 बजे के बीच तत्काल टिकट लेने के इच्छुक यात्रियों के आरक्षण फार्म की जांच की जाएगी।
- इसके लिए सुपरवाइजर तैनात रहेंगे। सुपरवाइजरों की यह जिम्मेदारी भी होगी कि यात्रियों के आरक्षण फार्म में तत्काल टिकट प्राप्त करने के लिए विशेष हस्ताक्षर करें। इसके अलावा इसकी जांच भी किया जाएगा कि यात्री के पास स्वप्रमाणित फोटो पहचान पत्र है या नहीं। जिस यात्री के पास पहचान पत्र नहीं होगा, उसे पंक्ति से बाहर कर दिया जाएगा।
- टिकट बुकिंग के दौरान बुकिंग क्लर्क के मोबाइल रखने पर रोक लगाई है। मुसाफिरों के रिजर्वेशन फॉर्म पर भरे गए फोन नंबर या एड्रेस की जांच की जाएगी। यदि ये गलत पाए जाते हैं तो टिकट बुकिंग कैंसिल कर दी जाएगी।
- बड़े शहरों की बुकिंग सेंटरों पर सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे।
- बड़े स्टेशनों पर तत्काल की बुकिंग के लिए अलग से लाइन लगेगी।
- रेलवे का दावा है कि जल्द से जल्द सभी स्टेशनों पर तत्काल के लिए अलग से लाइन का इंतजाम किया जाएगा।
एजेंट्स से रेल टिकट बुक करवाया तो आपकी खैर नहीं!
अब सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे के दौरान एजेंट्स के जरिए रेलवे ई-टिकट खरीदना आपको भारी पड़ सकता है। रेलवे ने साफ किया है कि अगर कोई पैसेंजर इस समय सीमा के बीच एजेंट से टिकट खरीद कर यात्रा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे की समय सीमा के दौरान टिकट बुक करने का अधिकार सिर्फ यात्रियों को है, एजेंट्स को नहीं। रेलवे ने ये कदम एजेंटों की मनमानी के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के मद्देनजर उठाया है। साथ ही, रेलवे ने यात्रियों को उन एजेंट्स से सावधान रहने की सलाह दी है जो टिकट बुकिंग और कैंसलेशन पर तय चार्ज से ज्यादा वसूलते हैं।