धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन को गुरुवार की दोपहर बिहार में
झाझा-किऊल रेलखंड के कुंदर रेलवे हाल्ट पर नक्सलियों ने बंधक बना लिया। इस
दौरान नक्सलियों ने जमकर गोलीबारी की और बम फोड़े।
गोलीबारी में आरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि पुलिस के एक अवर निरीक्षक समेत दो यात्रियों की मौत हो गई। गोलीबारी में दर्जन भर यात्री जख्मी हुए हैं। गंभीर रूप से जख्मी छह यात्रियों को किऊल रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों में आरपीएफ जवान सुखांतो सुखनाथ, जमुई निवासी यात्री कुमार अमित उर्फ बंटी और मुहम्मद सरवर इस्लाम नाम के यात्री शामिल हैं। कुमार अमित बिहार पुलिस में अवर निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे, वह पटना जा रहे थे। घटना के समय ट्रेन में करीब डेढ़ हजार लोग सवार थे।
जानकारी के अनुसार धनबाद से पटना जाने वाली 13331 अप इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन के कुंदर हाल्ट पर पहुंचते ही वहां पहले से मौजूद नक्सलियों ने इंजन पर फायरिंग शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि ट्रेन में चार-पांच की संख्या में युवक सवार थे, उन्होंने वैक्यूम पाइप काटकर ट्रेन को रोका था। ट्रेन में मौजूद आरपीएफ जवानों ने जवाबी फायरिंग की तो नक्सलियों ने ट्रेन पर बम फेंके। इस कारण वहां कुछ देर के लिए धुआं छा गया। इस दौरान अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन में तैनात आरपीएफ के जवानों की टुकड़ी के जवान जंगल में भाग खड़े हुए। बताया गया है कि करीब डेढ़ सौ हमलावर नक्सलियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं और उन्होंने भी गोलीबारी की। बताया गया है कि घटना के दौरान करीब सात सौ चक्र गोलियां और दर्जनों बम चले। सड़क मार्ग से आवागमन को रोकने के उद्देश्य से नक्सलियों ने चानन थाना क्षेत्र के हनुमान गढ़ी के पास बम विस्फोट कर सड़क को भी उड़ा दिया। इस वजह से कुंदर हाल्ट जाने-आने का रास्ता बंद हो गया। सुरक्षाकर्मियों से एक एके 47 राइफल समेत तीन हथियार लूटने के बाद नक्सलियों ने ट्रेन को घेर उस पर कब्जा कर लिया। इसके बाद उन्होंने यात्रियों को चुपचाप रहने की हिदायत देते हुए उन्हें कोई नुकसान न पहुंचाए जाने की बात कही। इसके बाद कुछ यात्री ट्रेन से उतरकर गांव की तरफ भागने लगे। कुंदर हाल्ट पर लगभग एक बजे ट्रेन को कब्जे में करने के बाद नक्सलियों ने उसे करीब ढाई बजे मुक्त किया। ट्रेन के किऊल स्टेशन पहुंचने पर घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। शवों को भी उतारा गया।
जमुई के जिलाधिकारी शशिकांत तिवारी के अनुसार सीआरपीएफ की दो कंपनियां भेजकर इलाके में तलाशी अभियान शुरू करा दिया गया है।
गोलीबारी में आरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि पुलिस के एक अवर निरीक्षक समेत दो यात्रियों की मौत हो गई। गोलीबारी में दर्जन भर यात्री जख्मी हुए हैं। गंभीर रूप से जख्मी छह यात्रियों को किऊल रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतकों में आरपीएफ जवान सुखांतो सुखनाथ, जमुई निवासी यात्री कुमार अमित उर्फ बंटी और मुहम्मद सरवर इस्लाम नाम के यात्री शामिल हैं। कुमार अमित बिहार पुलिस में अवर निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे, वह पटना जा रहे थे। घटना के समय ट्रेन में करीब डेढ़ हजार लोग सवार थे।
जानकारी के अनुसार धनबाद से पटना जाने वाली 13331 अप इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन के कुंदर हाल्ट पर पहुंचते ही वहां पहले से मौजूद नक्सलियों ने इंजन पर फायरिंग शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि ट्रेन में चार-पांच की संख्या में युवक सवार थे, उन्होंने वैक्यूम पाइप काटकर ट्रेन को रोका था। ट्रेन में मौजूद आरपीएफ जवानों ने जवाबी फायरिंग की तो नक्सलियों ने ट्रेन पर बम फेंके। इस कारण वहां कुछ देर के लिए धुआं छा गया। इस दौरान अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन में तैनात आरपीएफ के जवानों की टुकड़ी के जवान जंगल में भाग खड़े हुए। बताया गया है कि करीब डेढ़ सौ हमलावर नक्सलियों में बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं और उन्होंने भी गोलीबारी की। बताया गया है कि घटना के दौरान करीब सात सौ चक्र गोलियां और दर्जनों बम चले। सड़क मार्ग से आवागमन को रोकने के उद्देश्य से नक्सलियों ने चानन थाना क्षेत्र के हनुमान गढ़ी के पास बम विस्फोट कर सड़क को भी उड़ा दिया। इस वजह से कुंदर हाल्ट जाने-आने का रास्ता बंद हो गया। सुरक्षाकर्मियों से एक एके 47 राइफल समेत तीन हथियार लूटने के बाद नक्सलियों ने ट्रेन को घेर उस पर कब्जा कर लिया। इसके बाद उन्होंने यात्रियों को चुपचाप रहने की हिदायत देते हुए उन्हें कोई नुकसान न पहुंचाए जाने की बात कही। इसके बाद कुछ यात्री ट्रेन से उतरकर गांव की तरफ भागने लगे। कुंदर हाल्ट पर लगभग एक बजे ट्रेन को कब्जे में करने के बाद नक्सलियों ने उसे करीब ढाई बजे मुक्त किया। ट्रेन के किऊल स्टेशन पहुंचने पर घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। शवों को भी उतारा गया।
जमुई के जिलाधिकारी शशिकांत तिवारी के अनुसार सीआरपीएफ की दो कंपनियां भेजकर इलाके में तलाशी अभियान शुरू करा दिया गया है।