अमेरिका में 36 हफ्ते की गर्भवती एरिका निगरेली की मौत हो गई। धड़कन
बंद होने के बाद बच्चे को जन्म दिया और फिर से जी उठी। घटना आश्चर्यजनक
जरूर है, लेकिन सच है।
मिसौरी शहर के एल्किन्स हाई स्कूल में टीचर
एरिका जब क्लास ले रही थी तो अचानक बेहोश हो गई। छात्रों और साथी टीचर्स ने उनको संभाला और अस्पताल ले जाने तक धड़कन बंद नहीं होने दी। एरिका के पति नैथन भी इसी स्कूल में टीचर हैं।
एरिका जब क्लास ले रही थी तो अचानक बेहोश हो गई। छात्रों और साथी टीचर्स ने उनको संभाला और अस्पताल ले जाने तक धड़कन बंद नहीं होने दी। एरिका के पति नैथन भी इसी स्कूल में टीचर हैं।
घटना का पता चलते ही वे अस्पताल पहुंचे, वहां उन्होंने डॉक्टर्स को
पत्नी के गर्भवती होने की जानकारी दी। जब 32 साल की एरिका को अस्पताल
पहुंचाया गया तो डॉक्टरों को न नब्ज चलती मिली, न ही धड़कन। उसका दिल थम
चुका था।
डॉक्टरों ने डिलीवरी के लिए सिजेरियन का फैसला किया। तकनीकी रूप से यह
एक तरह से पोस्टमार्टम डिलीवरी थी। ऑपरेशन के बाद ही चमत्कार हो गया-एरिका
की सांसें चलने लगी, दिल धड़कने लगा। डिलीवरी के तीन माह बाद हाल ही एरिका
और उनकी बेटी एलीना की फिर से जांच की गई।
टेस्ट में मां-बेटी दोनों पूरी तरह स्वस्थ पाई गई हैं। डॉक्टरों के
अनुसार-ऐसी हालत में मां या बच्चे के बचने की संभावना आम तौर पर 10 से
सिर्फ एक मामले में होती है। एरिका कहती हैं-मेरे लिए तो बेटी दूसरी जिंदगी
साथ लेकर आई है।