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भागलपुर से हो रही मानव बच्चों की तस्करी का भंडाफोड़ हुआ अमृतसर में

बिहार के भागलपुर जिले से मानव बच्चों की तस्करी लगातार हो रही है | जिसका भंडाफोड़ बुधवार की देर रात  पंजाब राज्य के अमृतसर में भी हुआ है | जहां भागलपुर क्षेत्र के ही पंद्रह बच्चों को एक बंद कमरे से बरामद
किया गया है | पुलिस उपायुक्त कौस्तभ शर्मा के अनुसार मानव तस्करी का मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस बन्धुआ मजदूरी कराने वाले अरविन्द की तलाश कर रही है।

भागलपुर जिला में सक्रिय ये तस्कर ग्रामीण क्षेत्रों के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के लोगों को अपना शिकार बनाते हैं | जिनको ये कभी दरी तो कभी कालीन बनवाने के नाम पर तो कभी अच्छी तालिम और शिक्षा दिलाने  का लालच देते हैं | इसी प्रकार के आर्थिक लालच देकर उनके जिगर के टुकड़ों को आसानी से खरीद ले जाते हैं | इस बाबत मौके पर बच्चों के माता पिता को हजार या दो हजार रुपये देते हैं | इसके बाद आगे भी लगातार और रुपये देने का वादा तो करते हैं | लेकिन बच्चे को लेजाने के बाद उन हम दर्दों का दर्शन भी दुर्लभ हो जाता है |
जानकारी के अनुसार पंजाब के अमृतसर पुलिस को एक समाजसेवी संस्था नेताजी आजाद ट्रेड यूनियन के प्रधान गुरदेव सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि सुल्तानविंड रोड स्थित गुरनाम नगर की गली नंबर 13 के एक घर में कुछ बच्चों को बंधक बनाकर रखा गया है। उन्होंने थाना सुल्तानविंड पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बुधवार रात दो बजे छापामारी की। इस दौरान एक ही कमरे में बंद पंद्रह बच्चे मिले। बच्चों की उम्र आठ से दस वर्ष है। बच्चों ने पुलिस को बताया है कि उन्हें भागलपुर के ही अरविंद नाम का व्यक्ति उनके माता-पिता से खरीदकर लाया है। उन्हें कमरे में ही बंद करके रखा जाता है।
ये सारा दिन छोटे से कमरे में बंद तारों के साथ कानों की बालियां बनाते थे जिस कारण इनकी नरम उंगलियों पर घावों के निशान हैं। इनके शरीर पर मारपीट के निशान इनके साथ होते जानवरों जैसे सुलूक की कहानी बयां करते हैं।खाने के नाम पर केवल चावल, आलू और कद्दू दिया जाता है। बच्चों ने बताया कि जब भी वह अपने घर जाने या कमरे से बाहर जाने की जिद करते थे तो उन्हें लोहे की राड से पीटा जाता था। कई बच्चों ने अपने शरीर पर लगे घाव भी दिखाए।
इन बरामद बच्चों को चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट आफिसर स्नेहलता के हवाले कर दिया गया। अब बच्चों को उनके परिजनों के हवाले करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। थाना सुल्तानविंड में आरोपी अरविंद के खिलाफ मानव तस्करी का मामला भी दर्ज कर लिया गया है। इसके अलावा बाल मजदूरी करवाने के आरोप में भी पुलिस और लेबर कमिश्नर द्वारा कार्रवाई की जा रही है।

बरामद बच्चों की सूची
रितव कुमार पुत्र महेन्द्र यादव निवासी गांव अंजरी जिला भागलपुर, मिठुन कुमार पुत्र महेन्द्र जायसवाल गांव अंजरी, पवन कुमार पुत्र नरेश पासवान निवासी गांव एलनीटोला भागलपुर, गुड्डू कुमार पुत्र जगदीश ऋषि निवासी गांव अंजरी जिला भागलपुर, राजू पुत्र कांशी पासवान निवासी जिला भागलपुर, धनंजय पुत्र अंतदेव, गुड्डू पुत्र कुबेर निवासी भागलपुर, चनदीप पासवान पुत्र बिहारी लाल गांव परसवाना भागलपुर, अखिलेश पुत्र अमला ऋषिदेव जिला भागलपुर, सकल देव कुमार पुत्र बिहारी लाल, सरजन कुमार पुत्र विनोद मंडल निवासी गांव ओलनीटोला जिला भागलपुर, विकास कुमार पुत्र जयकिशोर पासवान निवासी ओलनीटोला, छोटूराम पुत्र मोनू मंडल निवासी गांव ओलनीटोला, बीरबल पुत्र अनिल मंडल निवासी गांव बालू टेलर जिला भागलपुर व छोटूराम निवासी भागलपुर।