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बिहार को विशेष दर्जा अब निर्णायक दौर में : नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा रोचक दौर से निकलकर निर्णायक दौर में पहुंच गया है। अब इसे नकारा नहीं जा सकता। बिहार दौरे पर आए केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम के
विशेष राज्य के लिए पिछड़ेपन के पैमाने में परिवर्तन के मसले पर वक्तव्य को लेकर उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री ने जो कहा वह पूरी तरह स्पष्ट है।
वित्त मंत्री ने कहा है कि पिछड़े राज्य के मापदंड में परिवर्तन होता है तो बिहार उसमें आ सकता है। उन्होंने कमेटी बनाने की बात कही है। कमेटी का स्वरूप क्या होगा, टर्म आफ रेफरेंस जब सामने आएगा तो स्थिति और स्पष्ट होगी। हमें तो इंतजार करना होगा, वे क्या मापदंड तय करते हैं। समय सीमा पर रिपोर्ट आए और केंद्र को उस पर कार्रवाई करनी चाहिए। हम पिछड़ेपन को दूर करने के लिए विशेष राज्य का दर्जा मांग रहे हैं।
बिहार प्रति व्यक्ति आय, मानव संसाधन सूचकांक, बुनियादी ढांचे के मामले में हम पीछे हैं। आगे बढ़ने को दर्जा चाहिए। यही रास्ता है पिछड़ापन दूर करने का। प्रधानमंत्री, वित्त मंत्री, योजना आयोग से मिल चुके हैं, लिख चुके हैं। दिल्ली, पटना में रैली कर बिहार की भावना से अवगत करा चुके हैं। आगामी लोकसभा चुनाव में यह मुद्दा होगा। केंद्र सरकार को निर्णय करना है। निर्णय लेंगे तो धन्यवाद तो देना होगा। नहीं देंगे तो राजनीतिक मुद्दा बनेगा। आज इसे नया राजनैतिक तालमेल देखा जा रहा है तो यह समझ की चूक है।
विशेष दर्जा के लिए मापदंड बदला तो पिछड़े राज्य भी लाभान्वित होंगे। विशेष दर्जा से केंद्रीय योजनाओं में अतिरिक्त मदद मिलेगी। टैक्स छूट से निजी निवेश को बढ़ावा मिलेगा। रोजगार के अवसर पैदा होंगे। सकल घरेलू उत्पाद बढ़ेगा।
सोमवार को जनता दरबार के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ विकसित राज्य इंजन बने हुए हैं। उनका विकास दर प्रभावित होत है तो देश प्रभावित होता है। पिछड़े राज्यों की स्थिति बदली तो सब का योगदान होगा। तब देश विकास दर के मामले में चीन से भी आगे होगा। आज जनसंख्या के मामले में बिहार का योगदान 8 फीसद का है मगर विकास दर में योगदान सिर्फ करीब 3 फीसद। साढ़े दस करोड़ लोग पिछड़े रहेंगे तो कौन देश विकसित होगा। भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी द्वारा वित्त मंत्री के वक्तव्य को छलावा बताए जाने संबंधी टिप्पणी पर नीतीश कुमार ने कहा कि मैं किसी दल या नेता की बात नहीं करता मगर ऐसे लोग गलतफहमी के शिकार है। अगर-मगर तलाशते हैं तो उनके मन का सवाल है। बिहारी भावना को समझना चाहिए। बिहार के विकास माडल से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं किसी विकास माडल के झमेले में नहीं पड़ना चाहता। कर्नाटक विधानसभा चुनाव पर उन्होंने कहा कि परिणाम सामने है, आश्चर्यजनक तो है नहीं।