यह टी-20 क्रिकेट का रोमांच ही है कि विरोधी टीम एक ओवर में ही तबाह हो
जाती है और मैच का पूरा पासा पलट जाता है। ऐसा ही कुछ रोमांचक नजारा इंडियन
प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 62वें मुकाबले के दौरान
वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए मैच में देखने को मिला।
डेल स्टेन ने जब 16वां ओवर खत्म किया तो मुंबई इंडियंस को जीत के लिए 24 गेंदों में 62 रनों की आवश्यकता थी। यानी मुंबई के जांबाजों को प्रति ओवर 15.50 की औसत से रन बनाने थे। क्रीज पर कप्तान रोहित शर्मा और आक्रामक बल्लेबाज किरोन पोलार्ड थे। यह किसी ने नहीं सोचा था कि 17वें और 18वें ओवर में कुछ ऐसा नजारा दिखेगा, जिसपर यकीन करना मुश्किल हो जाएगा। किरोन पोलार्ड ने ऐसा ही किया। 17वें ओवर की अंतिम तीन गेंदों और फिर 18वें ओवर की दूसरी, तीसरी और पांचवीं गेंद पर छक्के जड़कर धमाल मचा दिया।
पोलार्ड अगर 18वें ओवर की चौथी गेंद पर नहीं चूकते तो उनके नाम 6 गेंदों पर 6 छक्के हो जाते। वे अमित मिश्रा की चौथी गेंद को मिडविकेट के ऊपर से सीमारेखा के बाहर भेजना चाहते थे, लेकिन वे चूक गए और 7 गेंदों में 6 छक्के लगाए।
वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए मैच में देखने को मिला।
डेल स्टेन ने जब 16वां ओवर खत्म किया तो मुंबई इंडियंस को जीत के लिए 24 गेंदों में 62 रनों की आवश्यकता थी। यानी मुंबई के जांबाजों को प्रति ओवर 15.50 की औसत से रन बनाने थे। क्रीज पर कप्तान रोहित शर्मा और आक्रामक बल्लेबाज किरोन पोलार्ड थे। यह किसी ने नहीं सोचा था कि 17वें और 18वें ओवर में कुछ ऐसा नजारा दिखेगा, जिसपर यकीन करना मुश्किल हो जाएगा। किरोन पोलार्ड ने ऐसा ही किया। 17वें ओवर की अंतिम तीन गेंदों और फिर 18वें ओवर की दूसरी, तीसरी और पांचवीं गेंद पर छक्के जड़कर धमाल मचा दिया।
पोलार्ड अगर 18वें ओवर की चौथी गेंद पर नहीं चूकते तो उनके नाम 6 गेंदों पर 6 छक्के हो जाते। वे अमित मिश्रा की चौथी गेंद को मिडविकेट के ऊपर से सीमारेखा के बाहर भेजना चाहते थे, लेकिन वे चूक गए और 7 गेंदों में 6 छक्के लगाए।