बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन के खिलाफ सहारा ग्रुप भी मुखर हो गई है। सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय ने ऐलान किया है कि उनकी कंपनी अब टीम इंडिया को स्पांसर नहीं करेगी।
पिछले दिनों आईपीएल में पुणे वारियर्स की फ्रेंचाइजी छोड़ने वाले सुब्रत राय सहारा ने बीसीसीआई को धमकी दी है कि वो दिसंबर तक टीम इंडिया की स्पांशरशिप से हाथ खीच लेंगे। सुब्रत ने बीसीसीआई के 'तानाशाही' रवैये की जमकर लताड़ लगाई। उनके अनुसार श्रीनिवासन के शासनकाल में बीसीसीआई की भूमिका काफी नकारात्मक रही है।
सुब्रत रॉय ने निजी टीवी चैनल से बातचीत में कहा सहारा दिसंबर में भारतीय क्रिकेट टीम की स्पांसरशिप वापस ले लेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम चाहते तो इसी हफ्ते टीम इंडिया से हटने का फैसला ले लेते। लेकिन हमने खिलाड़ियों के हितों को ध्यान में रखकर दिसंबर तक का समय दिया। उन्होंने कहा, 'खिलाड़ी अच्छे हैं और अभी ऐसा करने से उन्हें तकलीफ हो जाती। उन्हें पैसे भी नहीं मिलते।'
पिछले दिनों आईपीएल की फ्रेंचाइजी से हटने का फैसला करने के बाद सुब्रत रॉय ने बीसीसीआई को एक और झटका दिया है। सुब्रत ने कहा, वह भारतीय क्रिकेट बोर्ड से लंबे समय से जुड़े रहे लेकिन श्रीनिवासन से पूर्व किसी भी प्रमुख के साथ उन्हें ऐसी दिक्कत नहीं आई। लेकिन श्रीनिवासन के साथ हमें काफी खराब अनुभव हासिल हुए हैं। साथ ही कहा कि दिसंबर तक हटने का फैसला टालने के पीछे अपना नुकसान बचाने का लक्ष्य नहीं था।
स्पॉट फिक्सिंग पर सुब्रत ने कहा, 'यह बहुत गलत है और इस पर अंकुश लगाया जाना चाहिए।' जब उनसे पूछा गया कि क्या श्रीनिवासन के इस्तीफे के बाद वह अपना फैसला वापस ले लेंगे, इस पर उन्होंने कहा कि यह दूसरा मसला है और हमने पहले ही हटने का फैसला ले लिया था।' श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ के बारे में सुब्रत ने कहा कि अगर वह चेन्नई सुपर किंग्स के किसी भी पद पर हैं और वह इस भ्रष्टाचार में शामिल पाए जाते हैं तो उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।