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इश्क और मोहब्बत ने तोड़ दी मजहब की दीवार, कानून ने भी निभाया साथ

नवगछिया में जहां प्यार और मोहब्बत की सदियों पुरानी कहावत एक बार फिर चरितार्थ हो गयी | वहीं प्यार  और मोहब्बत ने यहाँ तोड़ दिया मजहब की सारी दीवार को और कानून ने भी निभाया साथ | मामला है नीलु और सरफुद्दीन का | जिसका खुलासा 18 फरवरी 2013 को नवगछिया न्यायालय में हुआ |
जहां नीलु ने न्यायालय को साफ साफ बताया कि मैं अपनी मर्जी से मोतिहारी जिले के भेरिहरवा थाना क्षेत्र के भैरवाही निवासी मु. सैफुद्दीन के साथ गई थी। सैफुद्दीन ने मेरा अपहरण नहीं किया था। तिरासी बाजार में सैफुद्दीन रहता था। वह केसीबी मशीन चलाने का काम करता था। कॉलेज जाने के दौरान रोजाना उससे मुलाकात होती थी। मैं सैफुद्दीन से प्यार करने लगी। मैं अपनी मर्जी से सैफुद्दीन के साथ मुंबई चली गई। वहां सैफुद्दीन के साथ मेरा इस्लाम रीति रिवाज से निकाह हुआ। मैं बालिग हूं तथा सैफुद्दीन के साथ रहना चाहती हूं। लड़की का बयान दर्ज होने के बाद न्यायालय ने उसे उसके पति के हवाले करने का आदेश दे दिया।
बताते चलें कि 20 अप्रेल 2012 को गोपालपुर थाना क्षेत्र के धरहरा निवासी हरि पासवान (चौकीदार) ने नवगछिया थाना में अपनी लड़की के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी के अनुसार लड़की घर से मदन अहिल्या महिला कॉलेज गई थी और लौट कर घर नहीं आई। लड़की ने मोबाइल नंबर 8677936178 से घर पर बताया था कि मैं अपनी सहेली के घर जा रही हूं। आज घर नहीं आऊंगी। दो तीन दिन के बाद लड़की के घर वापस नहीं पर उसके पिता ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी।
मामले के अनुसंधानकर्ता विनय कुमार सिंह ने काफी हाथ पाँव मारा | लेकिन कोई सुराग नहीं मिला | अचानक 16 फरवरी 2013 को सूचना पाकर नवगछिया थाना के मुमताज़ मुहल्ला के मो0 गुड्डू के घर से लड़की को बरामद किया । पुलिस ने लड़की का 18 फरवरी 2013 को नवगछिया न्यायालय में 164 का बयान दर्ज कराया। लड़की का बयान दर्ज होने के बाद न्यायालय ने उसे उसके पति के हवाले करने का आदेश दिया। लड़की ने पिता द्वारा किए गए अपहरण की प्राथमिकी को झूठा बताया।