
फिलहाल नहीं है। पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने शुक्रवार को इस बारे में स्पष्ट करते हुए कहा कि अगले आदेश तक तेल कंपनियां डीजल को हर महीने महंगा कर सकेंगी। यह वृद्धि तब तक जारी रहेगी जब तक डीजल पर तेल कंपनियों का घाटा एकदम खत्म न हो जाए।
मोइली के इस स्पष्टीकरण का मतलब यह हुआ कि आम जनता को अगले 22 महीने तक हर महीने डीजल के लिए ज्यादा कीमत अदा करनी पड़ेगी। डीजल पर इस समय तेल कंपनियां 10.60 रुपये प्रति लीटर का घाटा उठा रही हैं। अब देखना होगा कि जब इस वर्ष के अंत में और अगले वर्ष जब कुछ राज्यों सहित लोकसभा के आम चुनाव होंगे तो केंद्र सरकार कीमत वृद्धि की इजाजत कंपनियों को देती है या नहीं।