
नवगछिया और भागलपुर सहित पूरे बिहार में पिछले चार दिनों से जारी शीतलहर के कारण आम जनजीवन पर व्यापक असर पड़ रहा है | जारी शीतलहर के कारण काफी जरूरत काम वाले लोग ही बाहर निकल रहे हैं | अधिकाश लोग शाम को जल्द ही अपने अपने घरों में घुस रहे हैं | सरकारी निर्देश के तहत अधिकांश स्कूल भी बंद हो चुके हैं | वहीं नवगछिया में आम लोगों ने सोमवार से भी ज्यादा
ठंडा दिन मंगलवार को महसूस किया | कई लोगों ने इसे साल का सबसे ज्यादा ठंडा दिन बताया है |
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक आशीष कुमार सेन के अनुसार रात के न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण राज्य के अधिकतर हिस्सों में शीतलहर चल रही है, जबकि दिन के न्यूनतम तापमान में सामान्य से 9 से 10 डिग्री सेल्सियस की कमी के कारण ‘डे कोल्ड’ की स्थिति है। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले चार पांच दिन बाद ही शीतलहर से बिहार के लोगों को कुछ राहत की उम्मीद है।
निदेशक ने बताया कि सोमवार को बिहार में सबसे ठंडा स्थान गया रहा जहां का न्यूनतम तापमान 2.7 दर्ज किया गया। राज्य में कई अन्य स्थानों पर न्यूनतम तापमान पांच डिग्री से कम दर्ज किया गया। जहानाबाद में न्यूनतम तापमान 2.8, छपरा का 4.2, सुपौल का 4.4, बक्सर का 4.2 और नवादा का न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
ठंड के कारण राज्य के प्लस टू तक के सभी स्कूलों को 10 जनवरी तक बंद रखने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं आम लोगों ने सोमवार से भी ज्यादा ठंडा दिन मंगलवार को महसूस किया | कई लोगों ने इसे साल का सबसे ज्यादा ठंडा दिन बताया है |