
से मिली जानकारी के अनुसार उक्त मामला पूरी तरह से रेल थाना का है. रेल पुलिस के पास बोलेरो रखने की जगह नहीं है, इसलिए इसे नवगछिया मॉडल थाने में ही रखा गया है. बोलेरों का फोरेंसिक जांच होगी. प्रीतम हत्याकांड मामले में पुलिस के अनुसार पूरी कहानी सामने आ चुकी है. इस मामले में अब तक नौ लोग सलाखों के पीछे जा चुके हैं. चार लोगों का पोली ग्राफ टेस्ट भी करवा लिया गया है. जानकारी के अनुसार फोरेंसिक टीम की ओर से बोलेरों से साक्ष्यों की खोज की जायेगी. फोरेंसिक टीम के मंगलवार या फिर बुधवार को पटना से आने की संभावना है. रेल पुलिस के वरीय पदाधिकारी इस मामले में नजर बनाये हुए हैं. नवगछिया में कई लोगों के पास उजला वाहन है. पुलिस ने कैसे सिद्ध कर लिया कि हत्याकांड में प्रयुक्त बोलेरो अमुक व्यक्ति का है.