
पूरी दुनिया में लड़कियों की शिक्षा के अधिकार का प्रतीक बनी मलाला
यूसुफजई को लंदन के अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। वह अब अपने परिवार के
पास मिडलैंड में रहेगी। उसका इलाज करने वाले डॉक्टर डेव रोजर ने कहा है
कि वह अभी स्वास्थ्य लाभ लेगी लेकिन जनवरी के अंत में या फिर फरवरी के
प्रारम्भ में सिर
के आपरेशन के लिए उसे फिर से अस्पताल आना होगा।
गौरतलब है कि लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाने वाली मलाला पर
तालिबानियों ने हमला कर दिया था। जिससे गोली उसके बांई आंख के ऊपर लगी और
उसके दिमाग को छूती हुई निकल गयी थी। अब बर्मिंघम शहर के क्वीन एलिजाबेथ
अस्पताल में उसके दिमाग का आपरेशन होगा।
मलाला के माता पिता और दो भाई मिडलैंड के एक घर में अस्थाई तौर पर रहते
हैं। उसके पिता जियाउद्दीन यूसुफजई को ब्रिटेन के पाकिस्तानी दूतावास में
नौकरी मिल गयी है। महिला शिक्षा के लिए आवाज उठाने वाली मलाला के सम्मान
में संयुक्त राष्ट्र ने 10 नवम्बर को मलाला डे मनाने का निर्णय लिया है।
मलाला ने 11 वर्ष की उम्र से ही तालिबानी हालातों के बारे में डायरी लिखना
शुरू कर दिया था जिसके कारण वह 2011 में चर्चा में आयी थी। इसके लिए वर्ष
2011 में उसे अन्तर्राष्ट्रीय शांति पुरस्कार से सम्मानित किये जाने
की बात भी की गयी थी।
फिलहाल मलाला स्वस्थ है और डॉक्टरों की देखरेख में है। उसे 79 दिनों बाद
अस्पताल से छुट्टी मिली है। पाकिस्तान के तालिबान में हुए हमले के बाद
उसे ब्रिटेन में इलाज के लिए लाया गया था।