भारतीय क्रिकेट टीम ने शानदार गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण के बूते
फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में रविवार को खेले गए तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में
पाकिस्तान को 10 रनों से पराजित कर दिया।
भारत ने पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 168 रनों की चुनौती रखी थी जिसका पीछा करते हुए पूरी पाकिस्तानी टीम 157 रन बनाकर ढेर हो गई।
कप्तान मिस्बाह उल हक ने अपनी टीम की ओर से सर्वाधिक 39 रनों की पारी खेली जबकि नासिर जमशेद ने 34 और उमर अकमल ने 25 रनों का योगदान दिया। मोहम्मद हाफीज ने 21 रनों की पारी खेली
भारत की ओर से ईशांत शर्मा ने तीन जबकि भुवनेश्वर कुमार और रविचंद्रन अश्विन ने दो-दो विकेट झटके। रवींद्र जडेजा व अपना पहला एकदिवसीय मैच खेलने वाले शमी अहमद ने एक विकेट हासिल किया।
इससे पहले, बल्लेबाजों की नाकामी से निराश भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 168 रनों का लक्ष्य रखा। भारतीय बल्लेबाजों की नाकामी का यह आलम रहा कि उनमें से एक भी अर्द्धशतक तक नहीं लगा सका। पाकिस्तान की ओर से सईद अजमल ने पांच विकेट लिए।
हाड़ कंपा देने वाली सर्दी के बीच भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 43.4 ओवरों का सामना किया। भारत की ओर से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर सबसे अधिक रन बनाए।
संदेह की स्थिति से उबरते हुए टीम की कमान सम्भालने वाले धोनी ने 55 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से 36 रन बनाए।
सुरेश रैना ने 31 रनों का योगदान दिया। रवींद्र जडेजा ने 27 रन बनाए। जडेजा के रूप में भारत का अंतिम विकेट गिरा। इस मैच में टॉस अहम माना जा रहा था क्योंक मौसम में नमी थी। जीतने वाली टीम अगर गेंदबाजी करती तो उसे फायदा होता लेकिन भारतीय कप्तान ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया।
भारत की शुरुआत खराब रही। दिल्ली के अब तक के सबसे सफल क्रिकेट स्टार वीरेंद्र सहवाग के स्थान पर अंतिम एकादश में शामिल किए गए अंजिक्य रहाणे इस मौके को भुना नहीं सके और 19 के कुल योग पर मोहम्मद इरफान की गेंद पर आउट हुए। रहाणे चार रन बना सके। यह रन रहाणे ने अपने हिस्से में आए एकमात्र चौके की मदद से बनाए।
सहवाग के साथ-साथ गौतम गम्भीर के स्थान पर भी तलवार लटक रही थी। गम्भीर से अच्छी पारी की उम्मीद थी लेकिन वह भी 15 रन बनाकर आउट हो गए। गम्भीर को इरफान ने उमर अकमल के हाथों कैच कराया।
गम्भीर ने 27 गेंदों पर एक चौका लगाया। इस शृंखला में एक बार फिर भारतीय सलामी जोड़ी नाकाम रही। इस कारण अब मध्य क्रम पर पारी को सुधारने की जिम्मेदारी आ गई। यह जिम्मेदारी उटानी थी दिल्ली के वंडरब्वाय विराट कोहली और युवराज सिंह को, लेकिन दोनों ही नाकाम रहे।
कोहली को जुनैद खान ने सात रन के निजी योग पर यूनिस खान के हाथों स्लिप में कैच कराया। कोहली का विकेट 37 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद युवराज ने सुरेश रैना के साथ चौथे विकेट के लिए 26 रन जोड़े।
यह साझेदारी अच्छी शक्ल ले रही थी कि हफीज ने अपनी एक शानदार गेंद पर युवराज को बोल्ड कर दिया। युवराज भौंचक रह गए और भारतीय दर्शक हैरान। युवराज का विकेट 63 रनों के कुल योग पर गिरा। युव्वी ने 23 गेंदों पर चार चौके लगाए।
इसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ रैना ने 48 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी धीमी लेकिन जरूरी थी। धोनी और रैना ने 12.5 ओवरों में 3.74 के औसत से रन जुटाए।
रैना 111 रन के कुल योग पर सईद अजमल की गेंद पर आउट हुए। 70 मिनट बल्लेबाजी करने वाले रैना को पगबाधा आउट दिया गया। इसके बाद अगली ही गेंद पर अजमल ने रविचंद्रन अश्विन (0) को पगबाधा आउट कर चलता किया। अश्विन का स्थान लेने आए रवींद्र जडेजा ने अजमल को हैट्रिक पूरी नहीं करने दी।
जडेजा और धोनी के बीच बड़ी साझेदारी की उम्मीद थी क्योंकि हाल के दिनों में जडेजा ने एक भी अच्छी नहीं खेली है। दोनों ने सम्भलकर खेलना शुरू किया लेकिन 35 गेदों की साझेदारी के बाद दोनों 20 रन की साझेदारी करके विदा हुए।
इस बार कप्तान ने साथ छोड़ा। कप्तान का विकेट 131 रनों के कुल योग पर गिरा। भारतीय कप्तान को उमर गुल ने उमर अकमल के हाथों कैच कराया।
कुल योग में अभी 10 रन ही जुड़े थे कि अजमल ने अपने दूसरे स्पेल में भुवनेश्वर कुमार को आउट करके भारत को आठवां झटका दिया। कुमार ने दो रन बनाए। यह अजमल की तीसरी सफलता थी।
अजमल ने अपने नौवें ओवर में चौथी सफलता हासिल करते हुए ईशांत शर्मा को 160 के कुल योग पर गिरा। आउट किया।
इशांत ने पांच रन बनाए। वह अजमल की गेंद पर उन्हीं के हाथों आउट हुए। इशांत ने 15 गेदों का सामना किया और जडेजा के साथ नौवें विकेट के लिए 19 रन जोड़े।
अपना पहला एकदिवसीय मैच खेल रहे शमी अहमद खाता खोले बगैर नाबाद रहे। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने 24 रन देकर पांच विकेट लिए जबकि इरफान को दो सफलता मिली। जुनैद, गुल और हफीज ने एक-एक विकेट पाया।
भारत ने पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 168 रनों की चुनौती रखी थी जिसका पीछा करते हुए पूरी पाकिस्तानी टीम 157 रन बनाकर ढेर हो गई।
कप्तान मिस्बाह उल हक ने अपनी टीम की ओर से सर्वाधिक 39 रनों की पारी खेली जबकि नासिर जमशेद ने 34 और उमर अकमल ने 25 रनों का योगदान दिया। मोहम्मद हाफीज ने 21 रनों की पारी खेली
भारत की ओर से ईशांत शर्मा ने तीन जबकि भुवनेश्वर कुमार और रविचंद्रन अश्विन ने दो-दो विकेट झटके। रवींद्र जडेजा व अपना पहला एकदिवसीय मैच खेलने वाले शमी अहमद ने एक विकेट हासिल किया।
इससे पहले, बल्लेबाजों की नाकामी से निराश भारतीय टीम ने पाकिस्तान के सामने 168 रनों का लक्ष्य रखा। भारतीय बल्लेबाजों की नाकामी का यह आलम रहा कि उनमें से एक भी अर्द्धशतक तक नहीं लगा सका। पाकिस्तान की ओर से सईद अजमल ने पांच विकेट लिए।
हाड़ कंपा देने वाली सर्दी के बीच भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 43.4 ओवरों का सामना किया। भारत की ओर से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एक बार फिर सबसे अधिक रन बनाए।
संदेह की स्थिति से उबरते हुए टीम की कमान सम्भालने वाले धोनी ने 55 गेंदों पर एक चौके और तीन छक्कों की मदद से 36 रन बनाए।
सुरेश रैना ने 31 रनों का योगदान दिया। रवींद्र जडेजा ने 27 रन बनाए। जडेजा के रूप में भारत का अंतिम विकेट गिरा। इस मैच में टॉस अहम माना जा रहा था क्योंक मौसम में नमी थी। जीतने वाली टीम अगर गेंदबाजी करती तो उसे फायदा होता लेकिन भारतीय कप्तान ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया।
भारत की शुरुआत खराब रही। दिल्ली के अब तक के सबसे सफल क्रिकेट स्टार वीरेंद्र सहवाग के स्थान पर अंतिम एकादश में शामिल किए गए अंजिक्य रहाणे इस मौके को भुना नहीं सके और 19 के कुल योग पर मोहम्मद इरफान की गेंद पर आउट हुए। रहाणे चार रन बना सके। यह रन रहाणे ने अपने हिस्से में आए एकमात्र चौके की मदद से बनाए।
सहवाग के साथ-साथ गौतम गम्भीर के स्थान पर भी तलवार लटक रही थी। गम्भीर से अच्छी पारी की उम्मीद थी लेकिन वह भी 15 रन बनाकर आउट हो गए। गम्भीर को इरफान ने उमर अकमल के हाथों कैच कराया।
गम्भीर ने 27 गेंदों पर एक चौका लगाया। इस शृंखला में एक बार फिर भारतीय सलामी जोड़ी नाकाम रही। इस कारण अब मध्य क्रम पर पारी को सुधारने की जिम्मेदारी आ गई। यह जिम्मेदारी उटानी थी दिल्ली के वंडरब्वाय विराट कोहली और युवराज सिंह को, लेकिन दोनों ही नाकाम रहे।
कोहली को जुनैद खान ने सात रन के निजी योग पर यूनिस खान के हाथों स्लिप में कैच कराया। कोहली का विकेट 37 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद युवराज ने सुरेश रैना के साथ चौथे विकेट के लिए 26 रन जोड़े।
यह साझेदारी अच्छी शक्ल ले रही थी कि हफीज ने अपनी एक शानदार गेंद पर युवराज को बोल्ड कर दिया। युवराज भौंचक रह गए और भारतीय दर्शक हैरान। युवराज का विकेट 63 रनों के कुल योग पर गिरा। युव्वी ने 23 गेंदों पर चार चौके लगाए।
इसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ रैना ने 48 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी धीमी लेकिन जरूरी थी। धोनी और रैना ने 12.5 ओवरों में 3.74 के औसत से रन जुटाए।
रैना 111 रन के कुल योग पर सईद अजमल की गेंद पर आउट हुए। 70 मिनट बल्लेबाजी करने वाले रैना को पगबाधा आउट दिया गया। इसके बाद अगली ही गेंद पर अजमल ने रविचंद्रन अश्विन (0) को पगबाधा आउट कर चलता किया। अश्विन का स्थान लेने आए रवींद्र जडेजा ने अजमल को हैट्रिक पूरी नहीं करने दी।
जडेजा और धोनी के बीच बड़ी साझेदारी की उम्मीद थी क्योंकि हाल के दिनों में जडेजा ने एक भी अच्छी नहीं खेली है। दोनों ने सम्भलकर खेलना शुरू किया लेकिन 35 गेदों की साझेदारी के बाद दोनों 20 रन की साझेदारी करके विदा हुए।
इस बार कप्तान ने साथ छोड़ा। कप्तान का विकेट 131 रनों के कुल योग पर गिरा। भारतीय कप्तान को उमर गुल ने उमर अकमल के हाथों कैच कराया।
कुल योग में अभी 10 रन ही जुड़े थे कि अजमल ने अपने दूसरे स्पेल में भुवनेश्वर कुमार को आउट करके भारत को आठवां झटका दिया। कुमार ने दो रन बनाए। यह अजमल की तीसरी सफलता थी।
अजमल ने अपने नौवें ओवर में चौथी सफलता हासिल करते हुए ईशांत शर्मा को 160 के कुल योग पर गिरा। आउट किया।
इशांत ने पांच रन बनाए। वह अजमल की गेंद पर उन्हीं के हाथों आउट हुए। इशांत ने 15 गेदों का सामना किया और जडेजा के साथ नौवें विकेट के लिए 19 रन जोड़े।
अपना पहला एकदिवसीय मैच खेल रहे शमी अहमद खाता खोले बगैर नाबाद रहे। पाकिस्तान की ओर से अजमल ने 24 रन देकर पांच विकेट लिए जबकि इरफान को दो सफलता मिली। जुनैद, गुल और हफीज ने एक-एक विकेट पाया।