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प्रीतम भट्टाचार्य (फाइल फोटो) |
जब्त बोलेरो मुख्य पार्षद के पति का
मिल सकते हैं कई और पुख्ता सबूत
प्रीतम हत्याकांड के लगभग छह माह बाद कथित रूप से हत्याकांड में प्रयुक्त बोलेरो और नवगछिया के बनवारी पंसारी की अंडी मिल की जांच पटना से आयी विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम द्वारा 9 जनवरी को की गयी . जांच दल का नेतृत्व कटिहार के रेल एसपी डा0 सुकन पासवान कर रहे थे. मौके पर रेल पुलिस के
अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे. जहां बुधवार दोपहर बाद तक जब्त उजले रंग के बोलेरो की जांच पूरी कर ली गयी. वहीं देर रात तक बनवारी पंसारी की अंडी मिल की जांच जारी थी. देर रात रेल आईजी भी नवगछिया पहुँच चुके थे |
जानकारी के अनुसार वाहन के कई आंतरिक हिस्सों की जांच सूक्ष्मता से की गयी है. वहीं अंडी मिल के कई स्थलों की जांच की गयी है. रेल पुलिस को इस जांच के बाद हत्याकांड के कुछ पुख्ता साक्ष्य मिलने की उम्मीद है. जानकारी के अनुसार जिस बोलेरो की जांच की गयी वह नगर पंचायत के मुख्य पार्षद के पति चंदेश्वरी सिंह की है. पुलिस का मानना है कि प्रीतम को पांच दिनों तक अपहर्ताओं ने इसी अंडी मिल में ही रखा था और फिर इसी बोलेरो से उसे कटरिया ओवरब्रिज के पास ले जा कर उसकी हत्या कर दी गयी.
इस हत्याकांड में अब तक नौ लोग सलाखों के पीछे जा चुके हैं. पुलिस पहले ही इस हत्याकांड के परदाफाश का दावा कर चुकी है. जेल भेजे गये आरोपियों की ही इस हत्याकांड में सलिप्तता बतायी गयी है. लेकिन इतने दिनों बाद पुलिस द्वारा फॉरेंसिक जांच करवाने के पीछे उद्देश्य है कि आरोपियों को सजा दिलवाने में मदद मिले.
नौ जुलाई को असम से दिल्ली जाने के क्रम में प्रीतम का अपहरण नवगछिया स्टेशन से कर लिया गया था. अपहरण के बाद पुलिस की अत्यधिक दबिश से प्रीतम की हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में रेल के वरीय पदाधिकारी की नजर प्रत्यक्ष रूप से है. अनुसंधान के क्रम में एक-दो लोगों के नाम भी सामने आने की संभावना है.