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मोदी ने चौथी बार संभाली गुजरात की कमान, 16 मंत्रियों ने भी ली शपथ

चुनावों में जीत की हैट्रिक लगाने के बाद नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को चौथी बार गुजरात की कमान संभाली। उनके साथ सात विधायकों ने मंत्री पद तथा नौ ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली। पूर्व गृहमंत्री अमित शाह का मंत्रिमंडल से पत्ता कट गया जबकि पुरुषोत्तम सोलंकी ने मंत्रिमंडल में वापसी कर ली। जनतादल यू को छोड़ राजग का पूरा कुनबा मोदी के साथ खड़ा दिखा।

सरदार पटेल स्टेडियम नवरंगपुरा में मोदी की ताजपोशी के लिए भव्य समारोह का आयोजन किया गया जिसमें भाजपा व राजग के आला नेताओं जिनमें भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, ओम माथुर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, छत्तीसगढ मुख्यमंत्री रमण सिंह, झारखंड के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, गोवा मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला भी इसके साक्षी बने। तमिलनाडु सीएम जयललिता, उद्धव व राज ठाकरे समारोह में खास आकर्षण का केन्द्र बने वहीं पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू, हेमा मालिनी, किरण खेर, सुरेश व विवेक ऑबेराय ने भी शपथ ग्रहण में शिरकत की।
खचाखच भरे स्टेडियम में राज्यपाल डॉ कमला ने मोदी को मुख्यमंत्री के पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ के बाद मोदी भाजपा अध्यक्ष आर सी फलदू के साथ खुली कार में स्टेडियम में घूमे व कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया।
मुख्यमंत्री मोदी 7 अक्टूबर 2001 को पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे, उसके बाद लगातार तीन विधानसभा चुनावों वर्ष 2002, वर्ष 2007 व वर्ष 2012 में भाजपा को जीत दिलाकर प्रदेश में भाजपा की सत्ता को कायम रखने में कामयाब रहे हैं। उपचुनाव में हार तथा बाद में भूकंप विभिषिका के चलते भाजपा की ढीली होती पकड़ के चलते केशुभाई पटेल को मुख्यमंत्री पद से हटाकर मोदी को सत्ता सौंपी गई थी तब से अब तक मोदी यहां सत्तारुढ हैं।
चुनाव में मोदी को प्रमुख विरोधी दल कांग्रेस के साथ अपने ही पूर्व साथी व भाजपा के वरिष्ठ नेता केशुभाई पटेल से भी सामना करना पड़ा लेकिन मोदी के सामने सभी विरोधी पस्त हो गए। यहां तक की कांग्रेस में शंकर सिंह वाघेला को छोड़ सभी दिग्गज प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, पूर्व अध्यक्ष सिद्धार्थ पटेल, नेता विपक्ष शक्तिसिंह गोहिल भी चुनाव हार गए।
मंत्रिमंडल के चेहरे
मोदी के साथ केबिनेट मंत्री के रूप में नितिन पटेल, आनंदीबेन पटेल, रमण वोरा, भूपेन्द्र¨सह चूड़ास्मा, सौरभ पटेल, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गणपत वसावा व पोरबंदर में कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया को हराने वाले बाबूभाई बोखिरिया ने भी मंत्रिपद की शपथ ली। जबकि वरिष्ठ नेता परबत पटेल, वसुबेन त्रिवेदी, पुरुषोत्तम सोलंकी, प्रदीपसिंह जाडेजा, लीलाधर वाघेला, रजनीकांत पटेल, गोविंद भाई पटेल, नानू वानाणी, जयंती कवाडिया ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली।
मंत्रिमंडल से गायब हुए चेहरे
पूर्व गृहमंत्री अमित शाह, वरिष्ठ नेता नरोत्तम पटेल, रिकार्ड 18 बार राज्य का बजट पेश करने वाले वजुभाई वाला, मंगूभाई पटेल, जीतू सुखडिया, योगेश पटेल, पंकज देसाई, वासण आहीर को इस बार मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला। वाला को विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा है जबकि भाजपा अध्यक्ष के लिए भी उनका नाम चल रहा है।