
ग्रामीणों का कहना है कि शराब पीने से कुछ लोगों के पेट में दर्द शुरू हो गया और उल्टियां होने लगी जिसके बाद सात लोगों ने दम तोड़ दिया.
इधर, आरा के विधायक अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने शराब की बिक्री पर सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वैध शराब दूकानों के आड़ में अवैध शराब का धंधा चल रहा है.
गौरतलब है कि बिहार में जहरीली शराब से हाल ही में हुई मौतों की ये दूसरी घटना है.
इससे पहले मुजफ्फरपुर जिले में सितंबर में जहरीली शराब पीने से 13 लोगों की मौत हो गई थी.
जहरीली शराब के खिलाफ स्थानीय लोग और कई नेता विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन इस घटना से साफ है कि राज्य में जहरीली शराब की बिक्री पर अंकुश नहीं लग सका है.