सच ही कहा गया है कि सच्चे मन से पूजा करने पर भगवान के दर्शन किसी न किसी रूप में अवश्य ही होते हैं | यह कहावत इस कलियुग में भी चरितार्थ हुई है | वह भी नियम निष्ठा के महान लोकपर्व छठ पूजा के दौरान |
जहां इस पूजा के दूसरे दिन यानि खरना के दिन खरना के प्रसाद के लिए बनाई जा रही अंतिम पूड़ी में एक हल्की आवाज के साथ स्वतः ही ॐ की आकृति बन कर उभर गयी |
छठ पूजा के दौरान ईश्वर के इस चमत्कार को देख फूलो देवी फूलों नहीं समा रही है | जो स्वयं शिव शिष्य तो है ही | इसका पूरा परिवार भी शिव शिष्य ही है | तभी तो भगवान
शिव ने उसके प्रसाद के लिए बनी अंतिम रोटी में स्वयं को ॐ के रूप में अवतरित हो कर दर्शन दिया है |
घटना नवगछिया शहर के वार्ड नंबर 13 स्थित मुमताज़ मुहल्ला के मुसहरी पट्टी निवासी ब्रह्मदेव राय के घर में रविवार की रात लगभग सवा नौ बजे की है | जब ब्रह्मदेव राय की पत्नी फूलो देवी छठ पूजा के खरना के प्रसाद के लिए पूड़ी बना रही थी | इस दौरान अंतिम पूड़ी बनाते समय घी समाप्त हो गया | इधर खरना पूजा की सारी तैयारी पूरी थी | तो उसने बगैर घी के ही सूखी पूड़ी बनानी चाही | जिसे पलटते ही एक हल्की आवाज के साथ स्वतः ॐ की आकृति उभर आयी | उसे पहले तो विश्वास नहीं हुआ | तो पड़ोसन को बुलवाकर दिखाया |सबों को यह घटना ईश्वर का एक चमत्कार ही समझ में आया |
इस ईश्वरीय चमत्कार की घटना की खबर जंगल की आग की तरह पूरे इलाके में फैल गयी | देखते ही देखते फूलो देवी के घर छठी मैया की पूजा के दौरान शिव बाबा के चमत्कार रूपी ॐ का दर्शन करने वालों का तांता लगने लगा | जिसे हर कोई एक चमत्कार ही मान रहा है |
जहां इस पूजा के दूसरे दिन यानि खरना के दिन खरना के प्रसाद के लिए बनाई जा रही अंतिम पूड़ी में एक हल्की आवाज के साथ स्वतः ही ॐ की आकृति बन कर उभर गयी |
छठ पूजा के दौरान ईश्वर के इस चमत्कार को देख फूलो देवी फूलों नहीं समा रही है | जो स्वयं शिव शिष्य तो है ही | इसका पूरा परिवार भी शिव शिष्य ही है | तभी तो भगवान
शिव ने उसके प्रसाद के लिए बनी अंतिम रोटी में स्वयं को ॐ के रूप में अवतरित हो कर दर्शन दिया है |
घटना नवगछिया शहर के वार्ड नंबर 13 स्थित मुमताज़ मुहल्ला के मुसहरी पट्टी निवासी ब्रह्मदेव राय के घर में रविवार की रात लगभग सवा नौ बजे की है | जब ब्रह्मदेव राय की पत्नी फूलो देवी छठ पूजा के खरना के प्रसाद के लिए पूड़ी बना रही थी | इस दौरान अंतिम पूड़ी बनाते समय घी समाप्त हो गया | इधर खरना पूजा की सारी तैयारी पूरी थी | तो उसने बगैर घी के ही सूखी पूड़ी बनानी चाही | जिसे पलटते ही एक हल्की आवाज के साथ स्वतः ॐ की आकृति उभर आयी | उसे पहले तो विश्वास नहीं हुआ | तो पड़ोसन को बुलवाकर दिखाया |सबों को यह घटना ईश्वर का एक चमत्कार ही समझ में आया |
इस ईश्वरीय चमत्कार की घटना की खबर जंगल की आग की तरह पूरे इलाके में फैल गयी | देखते ही देखते फूलो देवी के घर छठी मैया की पूजा के दौरान शिव बाबा के चमत्कार रूपी ॐ का दर्शन करने वालों का तांता लगने लगा | जिसे हर कोई एक चमत्कार ही मान रहा है |