पर्यावरण संरक्षण हेतु साइकिल यात्रियों का नवगछिया में नवजनलोक के मदन मोहन ठाकुर एवं उनकी टीम द्वारा 23 नवंबर शुक्रवार को भव्य स्वागत किया गया | जहां इस साइकिल यात्रा के मुखिया पद्मश्री डा अनिल प्रकाश
जोशी ने बताया कि हवा, पानी, मिट्टी व जंगल को बचाने के लिए हमलोग साइकिल से निकले हैं। हमारी यात्रा
में कुल 11 लोग शामिल हैं। साइकिल यात्रा हिमालय के युनिटी मूवमेंट द्वारा
आयोजित की गई है। साइकिल यात्रा से पर्यावरण की रक्षा का संदेश देते हुए
हम उत्तरांचल के देहरादून तक जाएंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि
व्यक्ति कितना भी बड़ा क्यों न हो वह हवा, पानी, व मिट्टी के बगैर जिंदा नही रह सकता। आज हवा, पानी, मिट्टी के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। सबसे सघन वर्षा वाले क्षेत्र बंगाल में भी पानी का संकट देखा जा रहा है। इससे वहां का मुख्य व्यवसाय प्रभावित है । पूरे विश्र्व में विकास के नाम पर सकल घरेलू उत्पाद में लगातार वृद्धि हो रही है । विकास के नाम प्राकृतिक संसाधन का इस्तेमाल हो रहा है । वही पानी- मिट्टी की सुरक्षा के लिये कोई कार्य नहीं हो रहा है ।
उत्तरांचल तक की इस साइकिल यात्रा में दयाराम नौटियाल, द्वारिका प्रसाद सेमवाल, मनमोहन नेगी, बिनोद खाती, सत्यपाल रमोल, रजना कुकरेती,रेनू सकलानी दीपक चौधरी, सत्येन्द्र कुमार पवार, पाल सिंह आदि शामिल हैं ।
उन्होंने यह भी बताया कि
व्यक्ति कितना भी बड़ा क्यों न हो वह हवा, पानी, व मिट्टी के बगैर जिंदा नही रह सकता। आज हवा, पानी, मिट्टी के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। सबसे सघन वर्षा वाले क्षेत्र बंगाल में भी पानी का संकट देखा जा रहा है। इससे वहां का मुख्य व्यवसाय प्रभावित है । पूरे विश्र्व में विकास के नाम पर सकल घरेलू उत्पाद में लगातार वृद्धि हो रही है । विकास के नाम प्राकृतिक संसाधन का इस्तेमाल हो रहा है । वही पानी- मिट्टी की सुरक्षा के लिये कोई कार्य नहीं हो रहा है ।
उत्तरांचल तक की इस साइकिल यात्रा में दयाराम नौटियाल, द्वारिका प्रसाद सेमवाल, मनमोहन नेगी, बिनोद खाती, सत्यपाल रमोल, रजना कुकरेती,रेनू सकलानी दीपक चौधरी, सत्येन्द्र कुमार पवार, पाल सिंह आदि शामिल हैं ।