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राघोपुर में भीषण कटाव, लोग उजाड़ने लगे अपने आशियाने

नवगछिया अनुमंडल अन्तर्गत खरीक प्रखंड के गंगा के तटीय इलाका राघोपुर में दोपहर बाद गंगा नदी का कटाव काफी तीव्र गति से होने लगा। देखते ही देखते गंगा नदी ने इसी वर्ष लगभग दो करोड़ की लागत से जियो बैग टेक्नोलॉजी से बनाये गये बांध के दौ सौ मीटर को ध्वस्त कर दिया और पांच लोगों के घरों को अपनी आगोश में ले लिया।


स्थानीय लोगों व कटाव निरोधी निगरानी समिति के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे से विभागीय स्तर से किसी भी प्रकार का बचाव कार्य नहीं किया जा रहा था।दो दिनों से कटाव स्थल पर अभियंता भी नहीं आ रहे थे। भीषण कटाव की सूचना मिलते ही स्थल पर अभियंताओं की एक टीम को जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता ललन बैठा ने देर शाम भेजा। करीब छह बजे शाम में स्थल पर बचाव कार्य शुरू करवाया गया, जो बिल्कुल अप्रभावी था।


दोपहर तक राघोपुर बांध उत्तरी भाग का कटाव हो रहा था, लेकिन अचानक गंगा नदी ने उपरि भाग का रुख किया और महज आधा घंटे में करीब पांच सौ मीटर के दायरे में चार सौ मीटर से अधिक कटाव किया। तीव्र कटाव में श्रवण मंडल, ब्रह्मदेव मंडल, गजाधर मंडल, अर्जुन मंडल, खजांची मंडल के घर देखते ही देखते गंगा नदी में विलीन हो गये। इन घरों के लोग अपने सामान को भी नहीं निकाल सके। देर रात तक पीड़ित परिवार पड़ोसियों के घरों में शरण लिये।


ग्रामीणों का कहना है कि जिस दिन से जिला पार्षद और अभियंता का चांटा प्रकरण हुआ उस दिन से विभाग के पदाधिकारियों और प्रशासन के लोगों ने राघोपुर में कटाव निरोधी कार्य न करने की ठान ली है। दो दिन पहले देखा गया कि जैसे ही कटाव शुरू हुआ मौके से अभियंता और संवेदक पलायन कर गये। देर शाम स्थल पर कटाव निरोधी कार्य शुरू करवाने वाले सहायक अभियंता व साइट प्रभारी ललन बैठा और संवेदक के प्रबंधक बी रेड्डी ने कहा कि हाथी पांव, नायलोन कैरेटिंग और बेम्बो रोलिंग से कटाव को रोकने का कार्य किया जा रहा है। दोनों ने कहा कि गंगा की धारा में अत्यधिक वेग हैं। ऐसी स्थिति में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।


वहीं अनुमंडल पदाधिकारी सुशील कुमार ने कटाव की पुष्टि करते हुए बताया कि राघोपुर में कटाव तो हो रहा है। गांव से गंगा की दूरी भी अब काफी कम रह गयी है। जिसके भय से ग्रामीण लोग अपने द्वारा बनाये गये आशियाने को स्थानान्तरित करने के लिये स्वतः उजाड़ रहे होंगे। जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों को कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।