
मौके पर मौजूद ग्रामीण आलोक सिंह ने जिलाधिकारी को बताया कि जीओ बैग में बालू भर कर देना था मगर पैसे को बचाने के लिए मिट्टी ही दी जा रही है। इस कारण बोरा पानी में नहीं रह पाता है। मौके पर शंकर सिंह अशोक, बीसूत्री अध्यक्ष साकेत बिहारी, अशोक दादा, निशित प्रसाद सिंह, गुलाबी सिंह, प्रेमलाल, चंन्द्रमोहन व किरण कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। इन लोगों ने बताया की पूर्व में स्पर का निर्माण करने में पैसे की बंदरबांट की गयी थी। इसकी जांच उच्च स्तर से होनी चाहिए।
इसके बाद जिला पदाधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने खरीक प्रखंड के राघोपुर बाँध का भी जायजा लिया। जिनके साथ अनुमंडल पदाधिकारी सुशील कुमार, एसडीपीओ रमाशंकर राय, थाना प्रभारी प्रमोद पोद्दार, प्रंखड विकास पदाधिकारी शंभू कुमार, अंचलाधिकारी गोपालपुर, अभियंता प्रमुख कैलू सरदार, कार्यपालक अभियंता गिरजानंद सिंह आदि मौजूद थे।