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प्रीतम ह्त्याकांड : छट्ठू सहनी को रिमांड पर लेगी पुलिस

नवगछिया में हुए बहुचर्चित असम के सिल्चर निवासी प्रीतम के अपहरण हत्याकांड मामले के एक महीना बीतने के बाद भी पुलिस ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है। शुक्रवार को भी छट्ठू सहनी को रिमांड पर लिये जाने की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी। लेकिन, पुलिस का दावा है कि जल्द से जल्द सारी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर छट्ठू सहनी को रिमांड पर लिया जायेगा। पूछताछ के बाद अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जायेगा। इधर छट्ठू सहनी की निशानदेही पर संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। लेकिन, शुक्रवार को देर रात तक पुलिस को किसी प्रकार की सफलता नहीं मिल सकी थी।

रेल के वरीय पुलिस पदाधिकारी के अनुसार छट्ठू सहनी के गिरोह ने कटिहार के पास प्रीतम को मालदार समझ कर 15 हजार रुपये में खरीदा था। गिरोह के सदस्यों को सूचना थी कि प्रीतम के बैग में रुपये और कीमती सामान हैं। लेकिन, नवगछिया स्टेशन पर बैग उड़ाने के बाद पाकेटमार गिरोह को पता चला कि बैग में कुछ भी कीमती नहीं है। इसके बाद प्रीतम भी उस बैग के पीछे पड़ गया। पाकेटमार गिरोह को लगा कि अब उसे घाटा लग जायेगा। इसलिए प्रीतम को बैग देकर ही उससे रकम ऐंठने की उन लोगों ने सोची। प्रीतम को पाकेटमार गिरोह द्वारा यह कह कर बैग दिलवाने की बात की गयी कि उसका बैग उसे मिल जायेगा। इसके एवज में उसे कुछ खर्च करना पडेगा। प्रीतम को बैग दिलवाने के नाम पर जब पाकेटमार गिरोह के सदस्य उसे एक ठिकाने पर ले कर गये तो प्रीतम द्वारा लगातार की जा रही बातचीत से पता चला कि वह बड़े बाप का बेटा है। इसका अपहरण कर अच्छी खासी फिरौती वसूल की जा सकती है। यह बात भी उभर कर सामने आयी है कि प्रीतम बार बार पाकेटमारों का प्रतिरोध कर रहा था। पुलिस की दबिश के कारण अपहर्ताओं को प्रीतम के परिजनों से फिरौती के लिए बातचीत का मौका नहीं मिला। बुरी तरह से घिरते देख अपहर्ताओं ने प्रीतम की कोसी क्षेत्र में हत्या कर शव को कटरिया ओवर ब्रिज के पास फेंक दिया। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस मामले के अनुसंधान में पुलिस की सुस्ती एक सोची समझी रणनीति है। फिलहाल इस मामले का संचालन नवगछिया रेल थानाध्यक्ष हरिराम कर रहे हैं।