ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

विजय घाट में पीपा पुल को बहाल करने की मांग

नवगछिया अनुमंडल अन्तर्गत कोसी नदी पर विजय घाट में पीपा पुल को बहाल करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। एक सप्ताह पहले कोसी नदी में हुए कटाव के कारण इस पीपापुल का दक्षिणी किनारा ध्वस्त हो गया था। जिसकी अब तक मरम्मत या वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से तीन जिले के सीमावर्ती लोगों को भारी
कष्टों का सामना करना पड़ रहा है।
परेशानी का कारण 
लाचारी वश जान को जोखिम में डालकर नौका की सवारी करनी पड़ रही है। जहां एक ओर इस नौका पर जानवर और आदमी दोनों को एक साथ यात्रा करना मजबूरी होती है। वहीं दूसरी ओर नाविकों तथा घाट तहसीलदारों द्वारा मनमाना भाड़ा वसूला जा रहा है। जहां सरकारी नावों की कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी है।
क्या है परेशानी 
इस पीपा पुल के क्षतिग्रस्त होने से भागलपुर जिला के नवगछिया प्रखंड, पूर्णिया जिला के रूपौली प्रखंड तथा मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड के लोगों को सर्वाधिक परेशानी की झेलनी पड़ रही है। जिसका कारण है कि इन लोगों की रोजमर्रा की जरूरत का बाजार है नवगछिया। जहां ये लोग खाद्यान्न, केरोसीन, रसोई गैस , पठन-पाठन सामग्री, स्वास्थ्य रक्षार्थ दवा, कपड़े इत्यादि रोजना खरीदने आना जाना मजबूरी है। किसानों का अनाज मंडी में नहीं पहुंच पा रहा है। फलस्वरूप व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है।
कौन-कौन है परेशान 
पीपा पुल के ध्वस्त होने से छात्र, युवा, व्यापारी, किसान, रोगी, पशुपालक, कर्मचारी इत्यादि सभी को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
क्या कहते हैं संवेदक
पीपापुल के संवेदक शैलेश कुमार बताते है कि विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये 29 पीपा में से 4 पीपा को इस वर्ष सरकार द्वारा बनायी गयी नयी धारा में जोड़ा गया है। फलस्वरूप पुरानी धारा में अब 25 पीपा ही बचे है पानी बढ़ रहा है। पीपा उपलब्ध होने पर पुल चालू हो सकता है।
क्या कहते हैं अधिकारी 
अनुमंडल पदाधिकारी सुशील कुमार कहते है कि वरीय पदाधिकारियों को सूचना दे दी गयी है। अन्यत्र से पीपा की मांग के लिए भी लिखा गया है।