नगरह में बनेगा भव्य दुर्गा मंदिर, स्वामी आगमानंद ने किया भूमि पूजन
राजेश कानोडिया (नव-बिहार समाचार), नवगछिया।
नगरह गाँव का दुर्गा मन्दिर परिसर सोमवार को आध्यात्मिक नगरी बन गया। जहाँ श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने जैसे ही अपने जन्मभूमि पर कदम रखे, उनके स्वागत में संपूर्ण गांव वाले उमड़ पड़े। लोगों ने उनपर पुष्प की वर्षा की और शंख बजाए। स्वामी आगमानंद जी के साथ ब्रजमोहन सिंह लाल बाबा, मानस कोकिला विजय लक्ष्मी, कथावाचक अखिलेश चन्द्र उपाध्याय, स्वामी शशिधराचार्य जी, भजन सम्राट डा. हिमांशु मोहन मिश्र दीपक जी, पंडित ज्योतिन्द्र प्रसाद चौधरी, गीतकार राजकुमार थे। स्वामी आगमानंद जी महाराज ने देवी दुर्गा, मां काली और अपनी मां राधा देवी की पूजा की, आशीर्वाद मांगा। इसके बाद उन्होंने संत-महात्माओं के साथ मिलकर दुर्गा मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। यदुनंदन पांडेय सहित अन्य ग्रामीणों ने इस मंदिर का निर्माण सौ वर्ष पूर्व ही कराया था। नरगह का यह दुर्गा मंदिर काफी प्राचीन है। इस मंदिर को भव्य रूप दिया जा रहा है। स्वामी आगमानंद जी महाराज के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पंडितों ने पूजा अर्चना की। समिति के सदस्यों ने भूमि पूजन के साथ मंदिर नव निर्माण का संकल्प लिया। स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहा कि- भगवती मंदिर का भव्य निर्माण हो, इसके लिए सभी लोगों को एकजुट होकर सभी प्रकार से योगदान देने की जरूरत है। वार्षिक कार्यक्रम में होने वाले सात दिवसीय भागवत कथा के बारे में भी उन्होंने चर्चा की। इस अवसर पर स्वामी शिव प्रेमानंद जी भाई जी, प्रेम शंकर भारती, मनोरंजन सिंह, शिवशंकर ठाकुर, सुशील झा, शंकर झा, अरुण सिंह, विधायक गोपाल मंडल, मुखिया भरत लाल पासवान, सरपंच शिवचरन मंडल, त्रिपुरारी भारती, श्वेत कमल आदि मौजूद थे। बलवीर सिंह बग्घा, माधवानंद ठाकुर, पवन दुबे, सुबोध दा आदि ने वहां देवी दुर्गा की वंदना, भजन, गुरुवंदना आदि प्रस्तुत किया। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद स्वामी आगमानंद जी महाराज श्रीशिवशक्ति योगपीठ नवगछिया पहुंचे। जहां उन्होंने आश्रम में रह रहे शिष्यों और अभिभावकों से बातचीत की। मंदिर में पूजा अर्चना की। काफी संख्या में लोगों ने स्वामी आगमानंद से अशीर्वाद लिया। इसके बाद स्वामी आगमानंद सहित कई संत-विद्वान सोनवर्षा में चल रहे भागवत कथा में शामिल होने प्रस्थान कर गए। सोनवर्षा में चार फरवरी से महाविष्णु यज्ञ का आयोजन होना है, इसके संरक्षक स्वामी आगमानंद जी महाराज हैं। अध्यक्ष पूर्व कुलपति अवध किशोर राय को बनाया गया है।