तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में डा सपना बनी मनोविज्ञान विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर
भागलपुर। बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (बीएसयूएससी) पटना से भागलपुर की डा सपना का चयन सहायक प्रोफेसर (असिस्टेंट प्रोफेसर) के पद पर तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के लिए हुआ है। उन्हें बीएसयूएससी द्वारा जारी मेधा सूची के सामान्य श्रेणी में 17 वाँ स्थान मिला है जबकि टीएमबीयू के लिस्ट में पहला स्थान है। शुक्रवार को बीएसयूएससी ने मनोविज्ञान का रिजल्ट प्रकाशित किया जबकि शनिवार को सभी चयनित उम्मीदवारों को उनके मेधा सूची और चॉइस ऑप्शन के आधार पर विश्वविद्यालय आवंटित किया गया। डा सपना को टीएमबीयू मिला है।
बताते चलें कि वर्तमान में डा सपना टीएमबीयू के मुख्यालय स्थित एसएम कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग में बतौर अतिथि शिक्षिका कार्यरत हैं। इसके पहले डा सपना टीएमबीयू के ही पीजी मनोविज्ञान विभाग में भी गेस्ट टीचर के रूप में सेवा दे चुकी हैं।
विदित हो की बीएसयूएससी से टीएमबीयू को मनोविज्ञान विषय में करीब एक दर्जन शिक्षक मिले हैं। रिजल्ट जारी होने से अब टीएमबीयू सहित बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में मनोविज्ञान विषय में शिक्षकों की कमी दूर हो जायेगी। साथ ही जुलाई से शुरू हो रहे नए सत्र में विश्वविद्यालय और कॉलेजों को नए शिक्षक भी मिल जायेंगे। डा सपना टीएमबीयू के आजीवन सीनेट सदस्य व बीएलएस कॉलेज नवगछिया के शासी निकाय के सचिव डा मृत्यंजय सिंह गंगा की धर्म पत्नी हैं। डा सपना ने उच्च शिक्षा तक की पढ़ाई टीएमबीयू से ही की है। उन्होंने एसएम कॉलेज से मनोविज्ञान में स्नातक किया। जबकि पीजी और पीएचडी भी उन्होंने टीएमबीयू से ही किया है। डा सपना शुरू से ही मेधावी होने के साथ-साथ अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित और तत्पर रही हैं।
वहीं डा सपना ने बताया कि प्रोफेसर बनना उनका शुरू से ही ड्रीम रहा है। इसके लिए उन्होंने एकाग्रता के साथ कठिन मेहनत की। उच्च शिक्षा में करियर बनाने के प्रति वे कटिबद्ध थी। इसमें उनके पति डा गंगा, माता-पिता, सास-ससुर सहित परिवार के सभी सदस्यों और शुभचिंतकों का भरपूर सहयोग मिला। डा सपना के कई रिसर्च पेपर राष्ट्रीय स्तर के शोध जर्नलों में प्रकाशित हो चुके हैं। पठन-पाठन और शोध कार्यों में उनकी गहरी रुची रही है। उन्होंने एक दर्जन से भी अधिक राष्ट्रीय स्तर के सेमिनारों, वर्कशॉप, कांफ्रेंस आदि उच्च शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लिया है। डा सपना की इस सफलता पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।