भागवत कथा श्रवण से भवसागर पार करने की क्षमता होती है- स्वामी आगमानंद
नव-बिहार समाचार, शाहकुंड (भागलपुर)। जिले के शाहकुंड प्रखंड के सरौनी पंचायत के बगचप्पर गांव में श्रीमद् भागवत कथा सह महाविष्णु यज्ञ में काफी संख्या में लोग उमड़े। सुबह विद्वान पंडितों के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन कार्यक्रम शुरू हुआ। इस दौरान हवन कुंड की परिक्रमा करने के लिए कई जिलों से लोग आए थे। भजन गायक माधवानंद ठाकुर, बलबीर सिंह बग्घा, पवन दूबे सहित दर्जन भर कलाकार लगातार भजन से लोगों को भावविभोर कर रहे हैं। संख्या समय भागवत कथा के दौरान श्री रामाचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कथा कहा कि कथा श्रवण से भवसागर पार करने की क्षमता होती है। उन्होंने भागवत कथा पर बोलते हुए कहा कि कलियुग के सभी संतापों को नाश करने के लिए इस ग्रंथ की रचना हुई है। भगवान की अवतारों पर चर्चा हुई। आत्मदेव और धुंधली की कथा को उन्होंने सुनाया। स्वामी आगमानंद जी महाराज ने अपनी स्वरचित आरती 'आरती गाऊं, गाऊं, गाऊं' गाकर उन्होंने सभी को रोमांचित कर दिया। कुंदन बाबा वहां मौजूद थे।
गीतकार राजकुमार ने कहा कि स्वामी आगमानंद का अवतरण चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ है। नवमी तिथि हिंदू संस्कृति में विशेष महत्व का है। बगचप्पर में जो यह धार्मिक आयोजन हो रहा है वह भी नवमी तिथि को हुआ। आंवला नवमी अमर फल प्रदान करती है। यहां आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सह महाविष्णु यज्ञ अमर फल प्रदान करने वाला होगा। क्योंकि स्वामी आगमानंद जी महाराज स्वयं सिद्ध संत हैं और आप पर होने वाले सभी संकट को काटते हैं।