ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

नवरात्रा: डोली  पर आएगी माँ दुर्गा ओर मुर्गा पर करेगी प्रस्थान !

नवगछिया @ राजेश कानोडिया : शारदीय नवरात्र 21 सितंबर से प्रारम्भ हो रही हैं। ओर 30 सितंबर को विजयादशमी हैं। परम शक्ति माँ दुर्गा की आराधना के लिए नवरात्रा सर्वोत्तम समय माना जाता हैं। इसमें भी शारदीय नवरात्रा का सर्वाधिक महत्व है।

देश के अधिकाधिक भागों में बहुलांश धर्मप्रेमी लोगों के द्वारा किया जाता हैं। विदेशों में भी रहने वाले भारतीय इस महाव्रत को करते हैं। कहा जाता है कि भगवान राम ने भी नवरात्रा कर देवी को प्रसन्न कर विजयादशमी के दिन रावण का संहार किया था। श्रद्धा विश्वास से उर्जा और शक्ति की देवी दुर्गा की उपासना से आज भी भक्त  शांति और आत्म बल प्राप्त करते हैं।

शारदीय नवरात्रा प्रारंभ होने के पूर्व लोगों के दिलों में यह जिज्ञासा बनीं रहती हैं कि माँ दुर्गा किस वाहन पर सवार होकर आएगी ओर किस वाहन से लौटेंगी। माँ दुर्गा के आगमन एवं प्रस्थान से ही आगामी वर्ष के अच्छे बुरे फल का अंदाज लगाया भी जाता हैं।

श्री शिवशक्ति योगपीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने बताया कि इस वर्ष नवरात्रा कलश स्थापना अशि्वन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 21  सितंबर गुरुवार को होने के कारण शास्त्रों में माँ दुर्गा का आगमन ” डोली ” पर हैं। जिसका फल होता हैं महामारी एवं अन्य कारणों से अधिकाधिक मृत्यु होगी।  विजयादशमी शनिवार 30 सितंबर को हैं। माँ दुर्गा ”मुर्गा” पर सवार होकर लौटेगी। जिसका फल होता है राष्ट्र ओर जनमानस के बीच विकलता, अन्तर युद्ध, अशांति, क्षौभ , आदि।

आगमन एवं प्रस्थान  समाजिक एवं राष्ट्रीय स्तर पर दोनों का परिणाम हैं। अनेक प्रकार की समाजिक एवं राजनैतिक विसंगतियाँ भी फैलेगी। वहीं सप्तमी की रात्रि हस्त नक्षत्र का प्रवेश होगा । जिसके कारण सप्तमी एवं अष्टमी पूजा के दिन घनघोर वारिश होने की प्रबल संभावना है। इस बार दस दिनों में नवरात्रा सम्पन्न होगी।कुल मिलाकर असुर पर सुर, बुराई पर अच्छाई के विजय का प्रतीक नवरात्रा आत्मसाधना है।