पटना : बिहारी बाबू यानि पूर्व अभिनेता व भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा अब बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बचाव में उतर गए हैं. उन्होंने अपनी
पार्टी लाइन भाजपा से अलग हटते हुए कहा है कि सिर्फ आरोप लगने पर इस्तीफा नहीं होना चाहिए. शत्रुघ्न सिन्हा पहले भी कई बार अपनी पार्टी लाइन से अलग हटकर लालू प्रसाद या नीतीश कुमार के समर्थन में बयान देते रहे हैं. कई बार बिहार भाजपा के सीनियर नेताओं ने तो उन्हें पार्टी से निकाले जाने तक की बात कर दी थी.
राजधानी पटना के पाटलिपुत्रा सीट से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि पहले भी लोगों पर आरोप लगे हैं, लेकिन लोगों ने इस्तीफा नहीं दिया. राजद और जदयू के बीच तकरार की खबरों पर उन्होंने कहा – हो सकता है कि यह बात राजनीतिक साजिश हो, इसलिए हमें जल्दबाजी में कुछ नहीं कहना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें अभी और इंतजार करना चाहिए.
गौरतलब है कि बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का नाम सीबीआई की एक FIR में आने के बाद उनपर इस्तीफे का दबाव बढ़ रहा है. इसको लेकर बिहार के महागठबंधन में उनकी सहयोगी जदयू से भी तनातनी बढ़ गई है. ऐसी ख़बरें भी आई हैं कि तेजस्वी ने भी इस्तीफा देने का मन बना लिवा है.
बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा का इस तरह का बयान पहली बार नहीं आया है. इससे पहले बीते मई माह में उनकी बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी से भी ठन चुकी है. सिन्हा ने कहा था कि पार्टी के अंदर कुछ लोग जो बिहार में पार्टी की हार के लिए पुर्णतः जिम्मेवार हैं, आज उंची आवाज में बोल रहे हैं. ऐसा करके उनका मकसद पार्टी में बेदाग़ छवि वाले लोगों की कीमत पर अपनी छवि को निखारना है,के इस बयान पर भड़के सुशील मोदी ने उन्हें पार्टी से निकालने तक की मांग कर दी थी.