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भागलपुर से अपहृत किशोरी का नवगछिया में हुआ सामुहिक बलात्कार

राजेश कानोडिया, नवगछिया। भागलपुर जिला के अंतर्गत पड़ने वाले नवगछिया में लगातार बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने को 1992 में नवगछिया को बनाया गया था पुलिस जिला। लेकिन इसकी सार्थकता अब तक पूरी नहीं हो सकी है। बल्कि हालात ये हैं कि इस पुलिस जिला को
अपराधीगण किसी भी अपराध को अंजाम देने या ठिकाने लगाने का सबसे सुरक्षित इलाका मानते हैं।
विभिन्न प्रकार के अपराधों को अंजाम देने वाले अपराधियों ने नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत बिहपुर थाना के सहायक थाना झंडापुर क्षेत्र में इस बार एक ऐसे शर्मनाक अपराध को अंजाम दिया है। जिससे नवगछिया सहित भागलपुर पूरे देश भर में बदनाम हो गया है।
इस मामले में दो अज्ञात युवकों पर अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज तब दर्ज हुआ जब एक किशोरी ने ओपी प्रभारी जवाहर लाल सिंह को आपबीती बताई। ओपी प्रभारी ने वरीय अधिकारी को वारदात की सूचना दी। फिर किशोरी के परिजन को सूचना देकर बुलाया। किशोरी को बिहपुर पीएचसी भेजा गया लेकिन यहां से उसके परिजन उसे लेकर भागलपुर चले गए। वरीय अधिकारी के निर्देश पर ओपी के एएसआइ महेश सिंह के बयान पर दो अज्ञात युवकों के खिलाफ अपहरण और दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया।
जानकारी के अनुसार भागलपुर के सबौर थाना क्षेत्र से मंगलवार की देर रात एक 16 वर्षीय किशोरी को बाइक सवार दो दरिंदों ने लिफ्ट देने के बहाने उसे बाइक पर बैठा लिया और 25 किमी दूर पुलिस जिला नवगछिया लाकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। किशोरी के साथ घंटों हैवानियत करने के बाद बेखौफ दरिंदे उसे गंभीर हालत में छोड़कर भाग गए। किसी तरह किशोरी पैदल चलने के बाद बुधवार तड़के बिहपुर एनएच-31 पर बस स्टैंड पहुंची। वहां झंडापुर ओपी पुलिस का गश्ती वाहन देखकर उनसे मदद मांगी।
किशोरी मानसिक रूप से कमजोर बताई जाती है। रात लगभग 11 बजे वह अपने घर भागलपुर के तिलकामांझी थाना क्षेत्र से निकली और ऑटो पकड़ कर सबौर चली आई। वहां एक बाइक पर सवार दो युवक पहुंचे और किशोरी को घर पहुंचा देने की बात कहकर उसे अगवा कर गंगा पार लेकर चले आए। गंगा पार किसी सुनसान जगह पर ले जाकर दोनों युवकों ने उसके साथ दुष्कर्म किया फिर उसे वहीं पर छोड़कर भाग गए।’