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फिजिक्स के उत्तर वायरल कर रहे गिरोह के आठ सदस्य गिरफ्तार

औरंगाबाद / पटना: औरंगाबाद में गुरुवार को फिजिक्स के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर वायरल होने के मामले में पुलिस ने एक गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार है. इनमें निजी संस्थान के शिक्षक मो  समीर, सोनू कुमार, आलोक कुमार, पंकज कुमार, वीरेंद्र कुमार, बबलू कुमार  सहित आठ लोग शामिल हैं. उनके पास से पुलिस ने वह मोबाइल फोन भी जब्त किया  है, जिससे उत्तर वाट्सएप के जरियेे भेजे गये थे.  देर शाम इन युवकों और संबंधित परीक्षा केंद्र के अधीक्षक पर प्राथिमकी दर्ज कर ली गयी है. 

गिरफ्तार युवकों की निशानदेही पर रात में भी पुलिस ने कई जगहों पर छापेमारी की. औरंगाबाद के डीएम कंवल तनुज ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि यहां इंटर    परीक्षा में कुछ गड़बड़ियां हो रही हैं. इस पर एसपी सत्यप्रकाश से बात की गयी और एक  टीम गठित कर मामले पर निगरानी रखी जाने लगी. 

गुरुवार को जैसे ही मोबाइल से उत्तर वाट्सएप के जरिये भेजे जाने की जानकारी मिली, तुरंत  जांच शुरू हो गयी. जिस वाट्सएप नंबर से उत्तर भेजे जा रहे थे, उसे ट्रेस  कर समीर नामक युवक को पकड़ा गया. समीर ने पूछताछ में अन्य लोगों के नाम  बताये, जिसके आधार पर अन्य सात को गिरफ्तार कर लिया गया. डीएम ने यह भी कहा कि लगभग 200 लोगों का डेटाबेस बना उत्तर भेजे जाने के मामले का  खुलासा हुआ है. डीएम ने यह भी बताया कि भागलपुर के नवगछिया में भी एक छात्र मोबाइल के साथ पकड़ा गया है. उसका मोबाइल टावर गोह में लोकेट किया गया.  मामले की छानबीन की जा रही है. 

एसपी सत्यप्रकाश ने बताया कि आर्यन पब्लिक स्कूल सेंटर से प्रश्नपत्र की तसवीर  मोबाइल से खींच कर समीर के पास भेजा गया था. उसने 20 मिनट  में ही वस्तुनिष्ठ सवालों को हल कर उत्तर परीक्षार्थियों के वाट्सएप पर भेज दिये गये थे. समीर के पास से जो मोबाइल फोन बरामद किया गया है, उसमें प्रश्नपत्र की तसवीर मिली है. बरामद मोबाइल में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर भी मिले हैं. एसपी ने बताया  कि जिस सेंटर से यह प्रश्नपत्र भेजा गया था, उस परीक्षा केंद्र के  केंद्राधीक्षक पर भी प्राथमिकी दर्ज की गयी है. 

बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि औरंगाबाद मामले में शिकायत के आधार पर आठ लोगों की गिरफ्तारी हुई है. ये आठ लोग किसी कोचिंग से जुड़े हुए हैं. इनसे जानकारी ली जा रही है कि कैसे प्रश्नपत्र लीक किया. इसकी पूरी जांच होने के बाद अगर पाया गया कि इसमें परीक्षा केंद्र की संलिप्तता है, तो सेंटर पर संबंधित विषय की परीक्षा को रद्द कर दिया जायेगा.